मेडिकल एक सदाबहार (evergreen) फील्ड है. इसमें हमेशा नए-नए लोगों की जरूरत पड़ती ही रहती हैं. इस फील्ड में शिक्षा के माध्यम से जाने की न्यूनतम योग्यता 10वीं पास है. तो आइए यहीं से शुरू करते हैं और विस्तार से 10वीं के बाद मेडिकल कोर्स जानते हैं.
अमूमन इस फील्ड में लोग 12वीं के बाद जाते हैं. 12वीं के बाद नीट (NEET) के माध्यम से एमबीबीएस, बीडीएस, जैसे बड़े मेडिकल कोर्स में एडमिशन मिलता है. हालांकि नीट एकमात्र जरिया नहीं है चिकित्सा क्षेत्र में करियर बनाने का. आप बिना NEET के भी 12वीं के बाद कई सारे मेडिकल कोर्स कर सकते हैं.
खैर दिल छोटा मत करिए. 10वीं के बाद भी बहुत सारे अच्छे चिकित्सा कोर्स (Medical Courses after 10th in hindi) मौजूद है.
इस पोस्ट में हम लोग जानेंगे कि कौन-कौन सा 10वीं के बाद मेडिकल कोर्स है. जिसके अंतर्गत पैरामेडिकल डिप्लोमा तथा सर्टिफिकेट कोर्स, 10वीं के बाद नर्सिंग कोर्स एवं 10वीं के बाद पशु चिकित्सा कोर्स भी जानेंगे. अंत में 10th ke baad medical course से जुड़े कुछ FAQs भी देखेंगे.
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10वीं के बाद मेडिकल लाइन कोर्स लिस्ट
मेडिकल लाइन में दसवीं के बाद अधिकतर पैरामेडिकल कोर्स ही होते हैं. इसमें से भी ज्यादातर सर्टिफिकेट पैरामेडिकल कोर्स होते हैं. तो वहीं कुछ डिप्लोमा पैरामेडिकल कोर्स भी होते हैं.
पैरामेडिकल कोर्स के अलावा आप 10वीं के बाद नर्सिंग और पशु चिकित्सा कोर्स भी कर सकते हैं. हालांकि नर्सिंग भी पैरामेडिकल कोर्स में ही आता है. लेकिन चूंकि ये सिर्फ लड़कियों के लिए खास है, इसलिए उनकी सुविधा के लिए इसका यहां अलग से वर्णन किया जा रहा है.
तो आइए सबसे पहले पैरामेडिकल कोर्स के बारे में ही जानते हैं.
पैरामेडिकल डिप्लोमा कोर्स 10वीं के बाद
दसवीं के बाद प्रमुख पैरामेडिकल डिप्लोमा कोर्स (10th ke baad diploma course in medical field) निम्नलिखित है:
1. Diploma in Ophthalmic Technology
डिप्लोमा इन ओपथेलमिक टेक्नोलॉजी कोर्स दसवीं और 12वीं दोनों के बाद होता है. दसवीं के बाद अगर आप यह कोर्स करते हैं तो इसकी अवधि 3 साल होगी, तो वहीं 12वीं के बाद इस कोर्स की अवधि मात्र 2 साल होती है. 12वीं में भी 12वीं साइंस (PCB) वाले को इस कोर्स में एडमिशन के समय प्राथमिकता (priority) दी जाती है.
Diploma in Ophthalmic Technology को संक्षिप्त रूप (short form) में DOT कहा जाता है.
DOT में आंखों को जांचना, उसकी प्रॉब्लम पता करना, इस में उपयोग होने वाले उपकरण का सही से इस्तेमाल करना, रोगी को उपयुक्त चश्मा और कांटेक्ट लेंस देना, आदि सिखाया जाता है.
इस कोर्स को करने के बाद मुख्यता आंखो के डॉक्टर (ophthalomogists) के अंतर्गत रहकर काम करना होता है. आंखों के अस्पताल ( eye care hospital) के अलावा आप चश्में की दुकान, चश्मा और आंख के इलाज में इस्तेमाल होने वाले उपकरण बनाने की फैक्ट्री में आपको जॉब मिल सकती हैं.
2. Diploma in Medical Record Technology
क्या आपको हिसाब-किताब करने में मजा आता है? तो यह आपके लिए उपयुक्त कोर्स हैं. इसमें ज्यादातर कॉमर्स से जुड़े हुए काम ही होते हैं. जैसे रोगी का रिकॉर्ड रखना, उनका बिलिंग और इंश्योरेंस का लेखा-जोखा रखना, मेडिकल ऑफिस सॉफ्टवेयर और नए-नए इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड सिस्टम का इस्तेमाल करना, आदि.
इस कोर्स में एडमिशन के लिए आपका दसवीं या समतुल्य (equivalent) किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से न्यूनतम 45% अंक के साथ पास होना अनिवार्य है.
डिप्लोमा इन मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी के लिए प्रमुख कॉलेज निम्नलिखित है:
- एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, फरीदाबाद
- इंपैक्ट पैरामेडिकल एंड हेल्थ इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली
- बीएन पटेल इंस्टीट्यूट आफ पैरामेडिकल एंड साइंस
- बेंगलुरु मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च रिसर्च इंस्टीट्यूट, बेंगलुरु
3. Diploma in Rural Health Care
भारत की ज्यादातर आबादी गांव में ही रहती है. लेकिन इसके बावजूद कई सारे गांव आज भी बुनियादी चिकित्सा सुविधा से भी वंचित है. इसलिए अगर आप गांव में ही रह कर, गांव की सेवा करना चाहते हैं तो यह आपके लिए एक बहुत ही अच्छा कोर्स है.
इस कोर्स की अवधि 1 साल होती है. इसके अंतर्गत आपको हेल्थ केयर की बुनियादी चीजें, फर्स्ट ऐड ऐड का इस्तेमाल करना, साफ सफाई का ख्याल रखना और रोगी को उनके रोग के प्रति शिक्षित करना सिखाया जाता है.
मुख्यता यह कोर्स रेगुलर मोड में ही होता है. परंतु कुछ यूनिवर्सिटी ये कोर्स डिस्टेंस मोड में ऑनलाइन या पार्ट टाइम भी करवाती है.
डिप्लोमा इन रूरल हेल्थ केयर के लिए प्रमुख यूनिवर्सिटी और उनकी फीस निम्नलिखित है:
यूनिवर्सिटी का नाम | औसत फीस |
पेसिफिक मेडिकल यूनिवर्सिटी | ₹ 45,165 |
ऑरो यूनिवर्सिटी ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड मैनेजमेंट | ₹ 42,325 |
डॉक्टर एमजीआर मेडिकल यूनिवर्सिटी | ₹ 42,410 |
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी | ₹ 45,920 |
आयुष एंड हेल्थ साइंस यूनिवर्सिटी ऑफ़ छत्तीसगढ़ | ₹ 45,875 |
द इंदिरा गांधी टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट साइंस यूनिवर्सिटी | ₹ 45,275 |
4. Diploma in Medical Radiography (X-ray & ECG)
इस कोर्स की अवधि 2 साल होती है. इसके अंतर्गत आपको एक्स-रे और ईसीजी करना, उसका रिपोर्ट निकालना, आदि सिखाया जाता है.
इस कोर्स को करने के बाद आपको मुख्यता किसी मेडिकल स्पेशलिस्ट (radiologist) की देखरेख में काम करना होता है. अस्पताल के अलावा आपकी डिफेंस में भी भर्ती होती है या आप किसी मेडिकल कॉलेज या यूनिवर्सिटी में एक लेक्चरर के तौर पर पढ़ा भी सकते हैं.
डिप्लोमा इन मेडिकल रेडियोग्राफी के बाद प्रमुख जॉब प्रोफाइल निम्नलिखित है:
- रेडियोग्राफर
- कंसलटेंट रेडियोलॉजिस्ट
- मेडिकल एक्स-रे टेक्नीशियन
- टीचर/ लेक्चरर
- रेडियोलॉजी टेक्निशियन इंस्ट्रक्टर
5. Diploma in Operation Theatre Technology
डिप्लोमा इन ओपथेलमिक टेक्नोलॉजी की तरह ही आप यह कोर्स भी दसवीं और बारहवीं दोनों के बाद कर सकते हैं. दसवीं के बाद इसकी अवधि 3 साल होती है तो वहीं 12वीं के बाद आप यह कोर्स 2 साल में ही कर सकते हैं.
Diploma in Operation Theatre Technology को संक्षिप्त रूप (short form) में DOTT कहा जाता है.
इस कोर्स को करने के बाद आप ऑपरेशन थियेटर टेक्निशियन बन जाते हैं. जिसका काम डॉक्टर या सर्जन को ऑपरेशन के दौरान मदद करना होता है.
ऑपरेशन थियेटर टेक्निशियन कि शुरुआती सैलरी ₹10,000 से ₹15,000 प्रति महीना होती है. अगर आपको ज्यादा सैलरी चाहिए तो फिर आपको इसी में बैचलर डिग्री करना होगा.
डिप्लोमा इन ऑपरेशन थियेटर टेक्नोलॉजी के बाद प्रमुख बैचलर डिग्री निम्नलिखित हैं:
- बीएससी इन ऑपरेशन थियेटर टेक्नोलॉजी
- बीएससी इन मेडिकल टेक्नोलॉजी
- बीएससी इन ऑपरेशन थियेटर टेक्निक्स
- बीएससी इन ऑपरेशन थियेटर एंड एनएसथीसिया टेक्नोलॉजी
6. Diploma in MRI Scan
MRI एक मेडिकल इमेजिंग तकनीक है. जिसमें मैग्नेटिक फील्ड और कंप्यूटर जनरेटर रेडियो वेब के जरिए शरीर के अंदर के अंगों की विस्तृत तस्वीर बनाई जाती है.
MRI का फुल फॉर्म Magnetic Resonance Imaging होता है.
इस कोर्स में आपको निम्नलिखित विषय पढ़ाए जाते हैं:
- एनाटॉमी एंड फिजियोलॉजी
- फिजिक्स ऑफ एमआरआई स्कैन
- जनरल रेडियोग्राफी
- स्लाइस एनाटॉमी एंड पैथोलॉजी
- फिजिक्स ऑफ एम आर आई इक्विपमेंट्स
दसवीं के बाद पैरामेडिकल सर्टिफिकेट कोर्स
10वीं के बाद मेडिकल फील्ड में जल्दी नौकरी पाने के लिए आप इसके सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं. सर्टिफिकेट कोर्स की अवधि मुख्यता 6 महीने से 1 साल की होती है.
दसवीं के बाद प्रमुख पैरा मेडिकल सर्टिफिकेट कोर्स (10वीं के बाद पैरामेडिकल पाठ्यक्रम) निम्नलिखित हैं:
- सर्टिफिकेट इन मेडिकल लैबोरेट्री टेक्निशियन
- मेडिकल रिकॉर्ड्स मैनेजमेंट सर्टिफिकेट कोर्स
- सर्टिफिकेट इन ऑपरेशन थियेटर टेक्नोलॉजी
- सर्टिफिकेट कोर्स इन आयुर्वेदिक डर्मेटोलॉजी
- डेंटल असिस्टेंट सर्टिफिकेट कोर्स
- सर्टिफिकेट इन डायलिसिस टेक्नोलॉजी सर्टिफिकेट इन प्रोस्थेटिक्स एंड ऑर्थोटिक्स
- सर्टिफिकेट इन ऑप्टोमेट्री
- सर्टिफिकेट इन एनएसथीसिया टेक्नोलॉजी
- सर्टिफिकेट इन न्यूक्लियर मेडिसिन टेक्नोलॉजी
- सर्टिफिकेट इन नेचरोपैथी एंड योगा साइंस
- सर्टिफिकेट इन ईसीजी एंड सीटी स्कैन टेक्निशियन
- सर्टिफिकेट इन होम बेस्ड हेल्थ केयर
- सर्टिफिकेट इन जनरल ड्यूटी असिस्टेंट
- सर्टिफिकेट इन फिजियोथैरेपी
10वीं के बाद नर्सिंग कोर्स
दसवीं के बाद नर्सिंग कोर्स में डिप्लोमा और सर्टिफिकेट दोनों तरह के कोर्स मौजूद हैं. इसके डिप्लोमा कोर्स की अवधि 1.5 से 2 साल तक होती है. तो वहीं इसके सर्टिफिकेट कोर्स की अवधि 6 महीने से 1 साल तक होती है.
10th के बाद प्रमुख नर्सिंग कोर्स निम्नलिखित है:
- डिप्लोमा इन नर्सिंग केयर असिस्टेंट
- डिप्लोमा इन रूरल हेल्थ केयर
- डिप्लोमा इन आयुर्वेदिक नर्सिंग
- सर्टिफिकेट इन होम बेस्ड हेल्थ केयर
- सर्टिफिकेट इन नर्सिंग केयर असिस्टेंट
दसवीं के बाद नर्सिंग के लिए प्रमुख मेडिकल कॉलेज
10वीं के बाद नर्सिंग कोर्स के लिए प्रमुख मेडिकल कॉलेज निम्नलिखित हैं:
- इंपैक्ट पैरामेडिकल एंड हेल्थ इंस्टीट्यूट, दिल्ली
- इंस्टीट्यूट आफ आयुर्वैदिक साइंस, लखनऊ
- इग्नू, दिल्ली
- टांटिया यूनिवर्सिटी, श्रीगंगानगर
- दिल्ली पैरामेडिकल एंड मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट, दिल्ली
- रूरल हेल्थ एजुकेशन काउंसिल, राजस्थान
- इंडियन इंस्टीट्यूट आफ स्किल डेवलपमेंट ट्रेंनिंग, इंदौर
- सिंघानिया यूनिवर्सिटी, राजस्थान
- द यूनिवर्सिटी ऑफ ट्रांस-डिसीप्लिनरी हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी [TDU Banglore], कर्नाटका
नर्सिंग कोर्स करने के बाद आपकी निम्नलिखित जॉब प्रोफाइल होती हैं:
- नर्सिंग असिस्टेंट
- नर्सिंग इंचार्ज
- इमरजेंसी नर्स
- आंगनवाड़ी वर्कर्स
- इनफेक्शन कंट्रोल नर्स
10वीं के बाद पशु चिकित्सा डिप्लोमा कोर्स
अगर आप दसवीं के बाद ही पशु चिकित्सा में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो आप निम्न डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं:
- डिप्लोमा इन वेटरनरी असिस्टेंट
- डिप्लोमा इन वेटरनरी फार्मेसी
- डिप्लोमा इन वेटरनरी लैब टेक्नीशियन
- डिप्लोमा इन एनिमल हसबेंडरी एंड डेयरिंग
- डिप्लोमा इन डेयरी फार्मिंग
10वीं के बाद पशु चिकित्सा डिप्लोमा कोर्स करने के लिए प्रमुख कॉलेज निम्न है:
- पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, बरेली
- भारतीय पशु चिकित्सा महाविद्यालय, बेंगलुरु
- श्री वेंकटेश्वर पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय, तिरुपति
- पशु चिकित्सा महाविद्यालय, नागपुर
- पशु विज्ञान महाविद्यालय, मुंबई
दसवीं के बाद पशु चिकित्सा डिप्लोमा कोर्स करने के बाद आप निम्न क्षेत्रों में नौकरी पा सकते है:
- पशु चिकित्सा अस्पताल
- डेयरी फॉर्म
- केंद्र या राज्य पशुपालन विभाग
- कृषि क्षेत्र
- वन्य जीव अभ्यारणय
- पशु अनुसंधान केंद्र
- मत्स्य पालन, पशुपालन तथा डेयरी मंत्रालय
दसवीं के बाद मेडिकल कोर्स के लिए टॉप कॉलेज
- बैंगलोर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट
- क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज
- किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी
- गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, केरला
- पुष्पगिरी इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च सेंटर
- इंपैक्ट पैरामेडिकल एंड हेल्थ इंस्टीट्यूट
- पेसिफिक मेडिकल यूनिवर्सिटी
- वेटरनरी एंड एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी ऑफ तमिलनाडु
- दिल्ली पैरामेडिकल एंड मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट
- द यूनिवर्सिटी ऑफ ट्रांस-डिसीप्लिनरी हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी [TDU Banglore]
उम्मीद है कि आप को इस पोस्ट में बताए गए 10वीं के बाद मेडिकल कोर्स लिस्ट उपयोगी लगा होगा. इससे जुड़ा अगर आपका कोई प्रश्न है तो कमेंट में जरूर पूछें. एवं इस पोस्ट को उन लोगों तक शेयर करें जो दसवीं के बाद मेडिकल कोर्स करना चाहते हैं.
10वीं के बाद मेडिकल कोर्स – FAQs
दसवीं के बाद मेडिकल लाइन में 1 साल का डिप्लोमा इन रूरल हेल्थ केयर कोर्स होता है.
10वीं के बाद मेडिकल कोर्स दो प्रकार के होते हैं; पहला डिप्लोमा मेडिकल कोर्स तथा दूसरा सर्टिफिकेट मेडिकल कोर्स.
चूंकि पैरामेडिकल के अंतर्गत बहुत सारे डिप्लोमा, सर्टिफिकेट और बैचलर डिग्री कोर्स आते हैं. इसलिए एएनएम और पैरामेडिकल में से पैरामेडिकल बेस्ट कोर्स है.
10वीं के बाद नर्सिंग कोर्स के लिए इंपैक्ट पारा मेडिकल एंड हेल्थ इंस्टीट्यूट, इंस्टिट्यूट आयुर्वेदिक साइंस, आदि में एडमिशन के लिए आप फॉर्म भर सकते हैं.
भारत में बहुत ही कम ही ऐसे नर्सिंग कॉलेज है जो 10वीं के बाद नर्सिंग कोर्स ऑफर करती हैं. वैसे नर्सिंग कॉलेज के अलावा आप दिल्ली पैरामेडिकल एंड मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (DPMI) और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU) से भी 10वीं के बाद नर्सिंग कोर्स कर सकते हैं.
डिप्लोमा इन नर्सिंग केयर असिस्टेंट (DNCA) 2 साल का डिप्लोमा कोर्स होता है, जिसमें नर्सिंग असिस्टेंट/सहायक कौशल के बारे में सीखने को मिलता है. इसके अलावा कोर्स वर्क के दौरान, छात्र फंडामेंटल ऑफ नर्सिंग, कम्युनिटी डिजीज, मेडिकल-सर्जिकल ऑपरेशंस आदि विषयों के बारे में भी सीखते हैं.
मेडिकल लाइन में सबसे सस्ता कोर्स पैरामेडिकल, नर्सिंग, आदि में सर्टिफिकेट कोर्स होता है. इसके अलावा आप आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, (कोलकाता), बैंगलोर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, (बैंगलोर), अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), उस्मानिया मेडिकल कॉलेज, आदि जैसे भारत के सबसे सस्ते मेडिकल कॉलेज (Cheapest Medical Colleges in India) से भी बहुत सारे सस्ते मेडिकल कोर्स कर सकते हैं.
मेडिकल के क्षेत्र में आप चिकित्सक (physician), डेंटिस्ट, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मेडिकल रिकॉर्ड क्लर्क, फिजिकल थेरेपिस्ट, नर्स, फार्मेसिस्ट, मनोचिकित्सक (psychiatrist), शल्य चिकित्सक (surgeon), आदि बन सकते हैं.
न्यूरोसर्जन, एनेस्थिसियोलॉजिस्ट और जनरल सर्जन मेडिकल फील्ड में सबसे ज्यादा पैसा बनाता है.
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