किसी भी देश का भविष्य वहां के युवाओं पर निर्भर करता है. युवा जितना पढ़ा लिखा और हुनरमंद होगा उतना ही वह देश तरक्की करेगा. भारत देश की अधिकतर आबादी युवाओं की ही है. विद्यार्थियों को नेशनल यूथ डे बारे में जानने के लिए राष्ट्रीय युवा दिवस निबंध लिखने को दिया जाता है.
भारत में 25 साल से कम उम्र की आबादी 50% से भी ज्यादा है, तो वहीं 35 वर्ष से कम आयु की आबादी 65% से भी अधिक है. 2020 में भारत की औसत आयु 29 वर्ष थी, चीन की 37 वर्ष तथा एक जापानी की औसत आयु 48 साल थी. इन आंकड़ों से आप भारतीय युवा शक्ति का अंदाजा लगा सकते हैं.
Essay on National Youth Day in Hindi
प्रस्तावना
भारत के महान दार्शनिक स्वामी विवेकानंद की याद में प्रतिवर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है. कई सारे महापुरुषों और दार्शनिक ने युवाओं के सही मार्गदर्शन के लिए अथक प्रयास किए हैं. उनमें से एक प्रमुख नाम स्वामी विवेकानंद का भी आता है.
स्वामी विवेकानंद के दार्शनिक विचारों और भाषणों से युवा प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकते हैं. इसलिए प्रत्येक युवाओं को उनके दार्शनिक विचारों और भाषणों को खूब से खूब पढ़ना चाहिए और जहां तक हो सके उसे अपने जीवन में उतारने की कोशिश करनी चाहिए.
राष्ट्रीय युवा दिवस कब मनाया जाता है?
राष्ट्रीय युवा दिवस प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को मनाया जाता है. यह दिवस स्वामी विवेकानंद की जयंती पर मनाया जाता है. स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ था. उनके बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत्त था.
सन 1984 ईस्वी को संयुक्त राष्ट्र संघ के निर्णय अनुसार ‘अंतरराष्ट्रीय युवा वर्ष’ घोषित किया गया. फिर इसी को देखते हुए भारत सरकार ने इसके महत्व पर विचार किया तथा सन् 1984 से 12 जनवरी (स्वामी विवेकानंद की जयंती) के दिन देश भर में राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने की घोषणा की गई एवं 12 जनवरी 1985 को पहला राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया गया.
स्वामी विवेकानंद की जयंती पर राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने के संदर्भ में भारत सरकार के विचार ये थे कि:
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12 जनवरी 2013 को पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती के 4 साल लंबे उत्सव के उद्घाटन में लोगों को संबोधित करते हुए बताया कि:
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19वीं सदी के आध्यात्मिक गुरु एवं विचारक रामकृष्ण परमहंस के, स्वामी विवेकानंद शिष्य थे. उन्होंने इस देश के उत्थान के लिए शिक्षा पर बहुत जोर दिया. वे हमेशा चरित्र निर्माण आधारित शिक्षा का समर्थन किया करते थे.
स्वामी विवेकानंद का वर्ष 1902 में पश्चिम बंगाल में स्थित बेलूर मठ में निधन हो गया.
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राष्ट्रीय युवा दिवस का महत्व
राष्ट्रीय युवा दिवस का महत्व राष्ट्र के विकास और प्रगति में युवा लोगों द्वारा निभाए जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिका में निहित है.
यह युवाओं के लिए एक साथ आने, अपनी क्षमता का जश्न मनाने और नौजवानों के लिए स्वामी विवेकानंद और उनके जैसे अन्य रोल मॉडल से सीखने का दिन है.
पूरी दुनिया के युवा और विशेषकर भारतीय युवा को इनके जीवनी से बहुत कुछ सीखना चाहिए. उन्होंने जो कुछ भी लिखा और इनके बारे में जो कुछ भी लिखा गया उनको पढ़कर जहां तक संभव हो उसे अपने जीवन में उतारना चाहिए.
युवाओं को एक साथ जोड़ने का और देश के भविष्य को आकार देने के लिए अपनी भूमिका पर विचार करने का यह एक बहुत अच्छा अवसर है. युवा लोगों के योगदान और शक्ति को पहचानने के अलावा यह दिवस अपने आप पर विचार करने और खुद को सुधारने का भी है.
आज के दिन अपने जीवन, देश और यहां तक कि विश्व भर में आने वाली समस्याओं के बारे में सोचने और अपनी प्रतिभा तथा क्षमताओं का उपयोग करते हुए उसे दूर करने का प्रण लेना चाहिए.
ये राष्ट्रीय युवा दिवस अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने और दुनिया पर सकारात्मक प्रभाव डालने में कड़ी मेहनत, समर्पण और दृढ़ता के महत्व को याद दिलाती हैं.
राष्ट्रीय युवा दिवस कैसे मनाया जाता है?
राष्ट्रीय युवा दिवस के दिन भारत के स्कूल, कॉलेज तथा विश्वविद्यालय में निबंध लेखन प्रतियोगिता, जुलूस, युवा सम्मेलन, सेमिनार, संगीत कार्यक्रम, खेलकूद प्रतियोगिता, योगासन तथा भाषण प्रतियोगिता आयोजित की जाती है.
शिक्षण संस्थानों के अलावा विभिन्न सरकारी, प्राइवेट तथा धार्मिक संस्थानों द्वारा भी इस दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. इस दिवस के अवसर पर कई बार केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार युवाओं के हित के लिए कुछ योजनाओं की भी शुरुआत करती है.
राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने का एक मुख्य तरीका यह है कि इस दिन कई सम्मेलन और सेमिनार का आयोजन किया जाता है. जिसमें युवाओं के मुद्दों और उनकी आने वाली चुनौतियों पर विचार विमर्श किया जाता है. यह आयोजन युवाओं को विशेषज्ञों और सफल रोल मॉडल से सीखने और अपने देश के भविष्य के बारे में चर्चा करने का अवसर प्रदान करता है.
उपसंहार
राष्ट्रीय युवा दिवस एक बहुत ही अच्छा अवसर है. अपनी जिम्मेदारी को समझने और उसे पूरा करने के बारे में विचार करने का युवाओं को अपनी शक्ति पहचानना होगा और उसे खुद की तरक्की और देश की तरक्की में इस्तेमाल करना होगा.
स्वामी विवेकानंद ने इस देश के उत्थान के लिए जो भी योगदान दिए है उनको याद करें. उनके दार्शनिक विचार और शिक्षा पर जहां तक हो सके अमल करने की कोशिश करें.
उम्मीद है कि आपको ये राष्ट्रीय युवा दिवस निबंध उपयोगी लगा होगा. अगर आपको इससे जुड़ा कोई प्रश्न है तो कमेंट में जरूर पूछें, एवं इस पोस्ट को अपने युवा साथियों के साथ शेयर करें.
National Youth Day से संबंधित प्रश्न (FAQs)
राष्ट्रीय युवा दिवस कब से शुरू हुआ?
राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने की घोषणा भारत सरकार द्वारा सन् 1984 में की गई थी, तथा 12 जनवरी 1985 से राष्ट्रीय युवा दिवस मनाना शुरू हुआ.
25वां राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2022, 12 से 16 जनवरी 2022 तक कहां आयोजित किया गया था?
25वां राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2022, पुडुचेरी में आयोजित किया गया था.
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