जिन देशों की अंग्रेज़ी मुख्य भाषा है, उन देशों में रहने, पढ़ने और काम करने के लिए अंग्रेज़ी भाषा का टेस्ट देना अनिवार्य होता है. अंग्रेज़ी के कई सारे टेस्ट है, जिनमें से IELTS सबसे प्रसिद्ध है. तो आइए विस्तार से जानते हैं, कि IELTS क्या है?
ये टेस्ट उनलोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिनकी अंग्रेज़ी मुख्य भाषा नहीं है जैसे भारतीय, पाकिस्तानी, बांग्लादेशी, नेपाली, आदि. ये लोग जब उन देशों में रहने, पढ़ने या काम करने जाते हैं जहाँ की मुख्य भाषा अंग्रेज़ी है जैसे, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड, यूके और यूएसए, तो वहाँ के लोगों से बातचीत करने और वहां काम करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.
इस टेस्ट को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि इसमें आपकी अंग्रेज़ी से जुड़ी आधारभूत योग्यताओं की जाँच हो जाती है. जैसे अंग्रेज़ी बोलना, पढ़ना, लिखना और सुनना. इस जाँच के आधार पर आपको अंक दिए जाते हैं.
IELTS क्या है
IELTS अंग्रेज़ी भाषा का एक अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट है, जो उन अभ्यर्थियों के अंग्रेज़ी बोलने, पढ़ने, लिखने और सुनने की योग्यताओं को जाँच करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिनकी अंग्रेज़ी मुख्य भाषा नहीं है परंतु वे उन देशों में रहना, पढ़ना या काम करना चाहते हैं जहाँ की मुख्य भाषा अंग्रेज़ी है.
IELTS का फुल फ़ॉर्म International English Language Testing System होता है.
IELTS की स्थापना 1989 में हुई थी.
IELTS सामूहिक रूप से तीन संस्थाओं द्वारा आयोजित किया जाता है. जिनके नाम निम्नलिखित हैं :
- ब्रिटिश काउन्सिल
- IDP : IELTS ऑस्ट्रेलिया
- कैंब्रिज असेसमेंट इंग्लिश
भारत में IELTS का आयोजन ‘ IDP : IELTS ऑस्ट्रेलिया ‘ द्वारा किया जाता है. जिसकी अधिकारिक वेबसाइट www.ieltsidpindia.com है.
IELTS से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें
IELTS क्या होता है जानने के बाद अब इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें भी जान लेते हैं.
जो लोग भी ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड, या यूके प्रवास (migrate) करना चाहते हैं, उनके लिए ये टेस्ट सबसे उपयोगी और प्रसिद्ध है.
IELTS एकमात्र ऐसा अंग्रेज़ी भाषा का टेस्ट है, जो ‘ यूके वीज़ा एंड इमिग्रेशन (UKVI) द्वारा सत्यापित है. यानी कि आप अगर यूके प्रवास करना चाहते हैं तो सिर्फ़ यही टेस्ट क्वॉलिफाई करने के बाद प्रवास कर सकते हैं.
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड प्रवास करने के लिए IELTS के अलावा TOEFL और पिअरसन टेस्ट ऑफ इंग्लिश अकैडमिक दे सकते हैं. जबकि कनाडा में प्रवास करने के लिए IELTS, TEF और CELPIP तीनों स्वीकार किया जाता है.
प्रत्येक वर्ष लगभग 30 लाख लोग इस टेस्ट को देते हैं.
इस टेस्ट के स्कोर को दुनियाभर के 11 हजार से भी अधिक नियोक्ताओं (employers), स्कूल, यूनिवर्सिटी, और इमिग्रेशन बॉडी द्वारा स्वीकार किया जाता है. जिसमें से 3,400 इंस्टिट्यूट सिर्फ़ यूएसए के है.
संस्थान जो IELTS के स्कोर को स्वीकार करते हैं
IELTS के स्कोर को स्वीकार करने वाले कुछ प्रमुख संस्थान के नाम निम्नलिखित हैं :
- फिलिप्स
- स्टडी पोर्टल
- हावर्ड बिजनेस स्कूल
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज
- इंटरनेशनल मॉनिटरि फ़ंड
- यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया
- कमिशन ऑन ग्रेजुएट ऑफ फॉरेन नर्सिंग स्कूल्स
IELTS के लिए योग्यता (Eligibility Criteria)
IELTS क्या है? ये हमलोग जान चुके हैं. अब आइए इसकी योग्यता जानते हैं.
इस टेस्ट को देने के लिए आपके पास पासपोर्ट होना अनिवार्य है. इसके अलावा और कोई भी योग्यता दरकार नहीं है.
IELTS के लिए कोई न्यूनतम या अधिकतम आयु सीमा नहीं है. हालांकि 16 साल से कम उम्र के अभ्यर्थियों को इस टेस्ट को देने का सुझाव नहीं दिया जाता है. लेकिन अगर वह टेस्ट देना चाहे तो दे सकते हैं.
इसी तरह इसके लिए कोई न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता (educational qualification) भी नहीं है. लेकिन आप जिस संस्था में पढ़ने या काम करने के लिए जा रहे हैं, उस संस्थान द्वारा निर्धारित योग्यता जरूर पता कर लें.
IELTS के प्रकार
IELTS टेस्ट दो प्रकार के होते हैं :
- IELTS अकैडमिक टेस्ट
- IELTS जनरल ट्रेनिंग
IELTS के टेस्ट पार्टनर द्वारा एक अलग टेस्ट भी आयोजित किया जाता है, जिसका नाम है ‘ IELTS लाइफ स्किल्स.’
सुनने (listening) और बोलने (speaking) का भाग दोनों ही तरह के टेस्ट का एक ही रहता है. जबकि लिखने (writing) और पढ़ने (reading) के भाग का विषय सामग्री (subject matter) अलग – अलग होता है.
पढ़ने, लिखने और सुनने का भाग एक ही दिन के टेस्ट में पूरा हो जाता है. जबकि बोलने का भाग, टेस्ट के दिन से एक सप्ताह पहले या बाद हो सकता है. यह जानकारी आपको टेस्ट सेंटर से ही मिलेगी.
IELTS Academic Test
इस टेस्ट का माड्यूल उन अभ्यर्थियों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो अंग्रेज़ी भाषा बोलने वाले देशों में उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं. यानी वहां के कॉलेज या यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेना चाहते हैं.
इसके अलावा जो प्रोफेशनल पेशेवर है जैसे डॉक्टर, नर्स आदि अगर वह अंग्रेज़ी भाषा बोलने वाले देश में अपनी पढ़ाई करना चाहते हैं या वहां प्रैक्टिस करना चाहते हैं तो उनको भी ये टेस्ट देना होगा.
IELTS General Training
ये टेस्ट का प्रकार उन लोगों के लिए है जो अंग्रेज़ी भाषा बोलने वाले देश में नन – अकैडमिक ट्रेनिंग, काम या प्रवास करना चाहते हैं.
IELTS Life Skills
ये टेस्ट उनलोगों को देना अनिवार्य होता है जो यूके में बसना या रहना चाहते हैं. इसके लिए उन्हें अंग्रेज़ी बोलने और सुनने की योग्यता सत्यापित करनी होती है ताकि वह ‘ कॉमन यूरोपियन फ्रेमवर्क ऑफ रेफेरेंस फॉर लेंग्वेज (CEFR) ‘ में फिट आ सकें.
IELTS का एक्जाम पैटर्न और पाठ्यक्रम
पेपर | कंटेंट | अवधि |
Listening | 40 प्रश्न | 40 मिनट (10 मिनट ट्रान्सफर टाईम) |
Reading | 40 प्रश्न | 60 मिनट |
Writing | 2 टास्क | 60 मिनट |
Speaking | 3 पार्ट | 11 से 14 |
इस टेस्ट की कुल अवधि (duration) 2 घंटा 45 मिनट होता है.
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Listening
इस माड्यूल के अंतर्गत चार सेक्शन होते हैं. प्रत्येक सेक्शन में 10 प्रश्न होते हैं. इस तरह से इस माड्यूल में कुल 40 प्रश्न होते हैं. इसकी कुल अवधि 40 मिनट होती है. जिसमें से 30 मिनट टेस्टिंग के लिए और 10 मिनट अपने उत्तर को आंसर शीट पर लिखने के लिए.
इसमें पहला और दूसरा सेक्शन हमारे दैनिक सामाजिक परिस्थितियों से जुड़ा होता है, जबकि तीसरा और चौथा सेक्शन शिक्षा और ट्रेनिंग के बारे में होता है.
Reading
इसके अंतर्गत तीन सेक्शन होते हैं, जिसमें कुल 2, 150 से 2, 750 शब्द होते हैं.
इसमें कई प्रकार के प्रश्न होते हैं. जैसे :
- बहु वैकल्पिक प्रश्न (MCQ)
- लघु उत्तरीय प्रश्न (SAQ)
- लेखक के नजरिए (view) को पता करना
- डायग्राम की व्याख्या करना
- दिए गए शब्दों में से सारांश (summary) को पूरा करना, आदि.
IELTS Academic Test के लिए Reading का पेपर
इसमें सभी प्रश्न किताब, जर्नल, मैग्जीन, समाचार पत्र और ऑनलाइन संसाधन जो किसी खास समूह के लिए न लिखी गई हो, से पूछा जाता है.
सभी टॉपिक अंडरग्रेजुएट या पोस्टग्रैजुएट के स्तर का होता है.
IELTS General Training के लिए Reading का पेपर
इसके पहले सेक्शन में दैनिक जीवन से जुड़े टॉपिक से प्रश्न पूछा जाता है. जैसे टाईम टेबल, नोटिस, आदि.
दूसरे सेक्शन में काम (work) से संबंधित टॉपिक से प्रश्न रहता है. जैसे नौकरी का विवरण, कॉन्ट्रैक्ट, ट्रेनिंग, आदि.
तीसरे सेक्शन में पढ़ने के लिए एक विस्तृत टेक्स्ट दिया होता है. जो समाचारपत्र, मैग्जीन, किताब या ऑनलाइन माध्यम से लिया गया होता है.
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Writing
इसके अंतर्गत दो टास्क होते हैं, जिसे अभ्यर्थियों को पुरा करना होता है.
पहले टास्क में टेस्ट देने वाले अभ्यर्थियों को 20 मिनट में कम से कम 150 शब्द लिखना होता है.
दूसरे टास्क में अभ्यर्थियों को 40 मिनट में 250 शब्द लिखने होते हैं. इसमें उत्तर पूर्ण वाक्य में लिखा होना चाहिए न कि नोट्स या बुलेट पॉइंट के रूप में.
IELTS Academic Test के लिए Writing का पेपर
पहले टास्क में अभ्यर्थियों को ग्राफ, टेबल, चार्ट, मैप, प्रोसेस, पाई चार्ट या डायग्राम की अपने शब्दों में व्याख्या करना होता है.
दूसरे टास्क में अभ्यर्थियों को दिए गए मुद्दे या समस्या पर अपना पक्ष रखना होता है या उस समस्या का समाधान बताना होता है.
IELTS General Training के लिए Writing का पेपर
पहले टास्क में अभ्यर्थियों को दैनिक परिस्थितियों से जुड़े मुद्दे पर पत्र लिखना होता है. जैसे रोड मरम्मत कराने के लिए नगर निगम को पत्र, अपने शहर में एक एयरपोर्ट खुलवाने के लिए लोकल न्यूजपेपर को पत्र, आदि.
दूसरे टास्क में किसी एक सामान्य विषय पर निबंध (essay) लिखना होता है. जैसे सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करना निषेध होना चाहिए या नहीं, पर्यावरण की समस्याओं को कैसे हल किया जा सकता है, आदि.
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Speaking
इसमें परीक्षक (examiner), परीक्षार्थी का फेस – टू – फेस इंटरव्यू लेते हैं. इसके अंतर्गत तीन सेक्शन होते हैं.
पहले सेक्शन में अभ्यर्थियों से उसके घर, परिवार, काम, पढ़ाई, हॉबी, रूचि, IELTS देने की वजह, आदि के बारे में पूछा जाता है. ये सेक्शन 4 से 5 मिनट का होता है.
दूसरा सेक्शन 3 से 4 मिनट का होता है. इसमें परीक्षार्थी को एक टास्क कार्ड दिया जाता है, जो किसी खास विषय के बारे में होता है. इसे पढ़ने और समझने के लिए 1 मिनट का समय दिया जाता है. इसके बाद उस विषय पर 1 से 2 मिनट बोलना होता है.
तीसरे सेक्शन में परीक्षार्थी और परीक्षक के बीच डिस्कशन होता है. आमतौर पर ये डिस्कशन दूसरे सेक्शन में दिए गए टॉपिक से जुड़ा होता है. ये सेक्शन 4 से 5 मिनट का होता है.
IELTS की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
आप इस टेस्ट के लिए ‘ IDP : IELTS ऑस्ट्रेलिया ‘ के भारत में टेस्ट आयोजित के लिए बनाई गई वेबसाइट (www.ieltsidpindia.com) पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.
यह सुनिश्चित कर लें कि रजिस्ट्रेशन के समय आपके पास पासपोर्ट हो, क्यूंकि रजिस्ट्रेशन फ़ॉर्म में आपको पासपोर्ट संख्या भी दर्ज करनी होती है.
इन आसान स्टेप्स को फॉलो करके आप IELTS के लिए खुद को रजिस्टर कर सकते हैं :
सबसे पहले आप इसके अधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें फिर इस पर अपना अकाउंट बनाएं, नजदीकी टेस्ट सेंटर चुने और अंत में फीस ऑनलाइन अदा करके रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी करें.
IELTS की रजिस्ट्रेशन फीस
IELTS की रजिस्ट्रेशन फीस 14,700 ₹ है. आप कितनी बार भी ये टेस्ट दे सकते हैं. आपको हर बार रजिस्ट्रेशन फीस लगेगी.
IELTS में टेस्ट देने का माध्यम
IELTS आप दो तरह से दे सकते हैं :
- ऑनलाइन – IELTS ऑन कंप्यूटर
- ऑफलाइन – IELTS ऑन पेपर
कोरोना काल में ‘ IELTS इन्डीकेटर ‘ नाम से एक नया टेस्ट देने का माध्यम लाया गया है.
ऑनलाइन – IELTS ऑन कंप्यूटर
ऑनलाइन टेस्ट देने की सुविधा अब सभी प्रमुख शहरों में उपलब्ध है. इस तरह के टेस्ट देने का फायदा ये होता है कि इसमें आपको अधिक टेस्ट डेट मिलता है (प्रतिदिन 3 बार टेस्ट लिया जाता है) और इसका रिज़ल्ट भी जल्दी आ जाता है.
ऑफलाइन – IELTS ऑन पेपर
आप एक महीने में सिर्फ चार बार ही पेपर बेस्ड IELTS दे सकते हैं. ये टेस्ट की तारीख़ भी पहले से ही तय होती है. IELTS ऑन कंप्यूटर की तुलना में इसका रिज़ल्ट देर से आता है.
IELTS टेस्ट देने की सुविधा 1,600 से भी अधिक टेस्ट सेंटर पर मौजूद हैं, जो 140 से भी ज्यादा देशों में फैला हुआ है.
भारत में IELTS के 67 टेस्ट सेन्टर है.
IELTS Indicator
कोरोना वायरस का विद्यार्थी जीवन पर भी बहुत प्रभाव पड़ा है, इसी को ध्यान में रखते हुए IELTS ने ‘ IELTS इन्डीकेटर ‘ के नाम से टेस्ट देने की एक नई सुविधा दी हैं. इसमें कोविड-19 से प्रभावित (affected) अभ्यर्थी जो टेस्ट सेंटर नहीं जा सकते हैं के लिए घर से ही ऑनलाइन टेस्ट देने की सुविधा दी गई है.
IELTS का रिज़ल्ट कितने दिनों में आता है
IELTS ऑन कंप्यूटर का रिज़ल्ट टेस्ट देने के 3 से 5 दिनों में आ जाता है और पेपर बेस्ड टेस्ट का रिज़ल्ट टेस्ट देने के 13 दिनों के बाद आता है.
IELTS का रिज़ल्ट कैसे चेक करें
IELTS का रिज़ल्ट चेक करने के लिए आपको इसके अधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर अपने आईडी, पासवर्ड, पासपोर्ट संख्या और टेस्ट डेट की जानकारी दर्ज कर लॉगिन करना होगा.
इसका रिज़ल्ट जारी होने के बाद ये 28 दिनों तक ऑनलाइन उपलब्ध रहता है. IELTS का रिज़ल्ट 2 साल तक वैध (valid) रहता है.
IELTS स्कोर
इस टेस्ट में कोई भी पास या फ़ेल नहीं होता है. टेस्ट देने वाले सभी अभ्यर्थियों का स्कोर ‘band 1’ से ‘band 9’ तक दिया जाता है. जो अभ्यर्थी इस टेस्ट में नहीं शामिल होता है उसका स्कोर ‘band 0’ होता है.
नीचे की तालिका में बैंड स्कोर और स्किल लेवल में संबंध सिखाया गया है.
Band स्कोर | स्किल लेवल |
9 | एक्सपर्ट यूजर |
8 | वेरी गुड यूजर |
7 | गुड यूजर |
6 | कम्पीटेंट यूजर |
5 | माॅडेस्ट यूजर |
4 | लिमिटेड यूजर |
3 | एक्सट्रीमली लिमिटेड यूजर |
2 | इंटरमिटेंट यूजर |
1 | नन – यूजर |
0 | टेस्ट अटेम्पट नहीं किया |
IELTS कट – ऑफ
अलग – अलग संस्थानों के लिए इसका कट ऑफ अलग – अलग होता है. ज्यादातर संस्थान 6 या उससे अधिक बैंड स्कोर को स्वीकार करते हैं.
कौन – कौन से संस्थान IELTS के स्कोर को स्वीकार करते हैं और कितना बैंड स्कोर को स्वीकार करते हैं. इन सब की संपूर्ण जानकारी IELTS के इस वेबसाइट (bandscore.ielts.org) पर मिल जाएगी.
IELTS की तैयारी कैसे करें
इसकी तैयारी के लिए आपको इसके वेबसाइट पर प्रैक्टिस मैटेरियल मिल जाएगा, वहां से डाउनलोड कर आप तैयारी कर सकते हैं.
इसके अलावा विद्यार्थियों के लिए कई सारी उपयोगी वेबसाइट है. वहां से भी आप सहायता ले सकते हैं.
आपकी अंग्रेज़ी अगर ज्यादा कमजोर है तो फिर आपको कोचिंग क्लास की जरूरत है. कई सारी ऑनलाइन और ऑफलाइन कोचिंग इंस्टिट्यूट है जो IELTS की तैयारी करवाती है. आप उसे जॉइन कर सकते हैं.
उम्मीद है कि इस पोस्ट में आप विस्तार से जान गए होंगे कि IELTS क्या है? और आपको IELTS से जुड़ी संपूर्ण जानकारी मिली होगी. नियमित रूप से ऐसे ही उपयोगी पोस्ट सबसे पहले पाने के लिए पुश नोटिफिकेशन को जरूर सब्सक्राइब करें.