12वीं के बाद अगर आप स्नातक (graduation) नही करना चाहते है या किसी कारणवश नहीं कर पा रहे है। तो आपके लिए 12वीं के बाद शॉर्ट टर्म कोर्स (short term course after 12th) करना बेस्ट रहेगा।
आपको अगर कन्फ्यूजन है कि 12वीं के बाद कौन सा शॉर्ट टर्म कोर्स (short term course in hindi) करें ? तो इस ब्लॉग पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें। इसमें हम आपको 12वीं के बाद के लिए दस शॉर्ट टर्म कोर्स यानी Top 10 Short Term Courses After 12th in hindi बताएंगे।
अगर आप 12वीं साइंस, आर्ट्स तथा कॉमर्स के बाद किए जाने वाले विभिन्न प्रकार के (बैचलर, डिप्लोमा, पैरामेडिकल, एवं कंप्यूटर) कोर्स, सरकारी परीक्षा एवं नौकरी के बारे में विस्तार से जानना चाहते है. तो आप हमारा eBook खरीद सकते है.
इस ईबुक में 12वीं के तीनों स्ट्रीम के बाद किए जाने वाले कोर्स और सरकारी नौकरियों के बारे में विस्तार से बताया गया है. इस इबूक के बारे में विस्तार से पढ़ें (learn more)…
Table of Contents
12वीं के बाद टॉप 10 शॉर्ट टर्म कोर्स
12वीं के बाद प्रमुख शॉर्ट टर्म कोर्स निम्नलिखित है:
1. Diploma in Applied Psychology
शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के साथ – साथ मानसिक रूप से स्वस्थ रहना भी बहुत जरूरी है।
मनोविज्ञान (psychology) में मानव के व्यवहार (human behaviour) और दिमाग के काम करने की प्रक्रिया के बारे में पढ़ाया जाता है।
लोगों का अपने मेंटल हेल्थ को लेकर बढ़ी जागरूकता के साथ इसमें मांग भी बहुत ज्यादा बढ़ रही हैं।
12वीं के बाद ये एक साल का डिप्लोमा प्रोग्राम होता है। इसकी फीस लगभग पांच हजार से बीस हजार (5,000 – 20,000) ₹ तक होती हैं।
इस कोर्स के अंतर्गत आते हैं :
- क्लिनिकल साइकोलॉजी
- ह्यूमन फैक्टर्स
- स्पोर्ट्स साइकोलॉजी
- फोरेंसिक साइकोलॉजी
- स्कूल साइकोलॉजी
- कम्युनिटी साइकोलॉजी
- इंजीनियरिंग साइकोलॉजी
- ऑक्यूपेशनल हेल्थ साइकोलॉजी
- इंडस्ट्रियल एंड ऑर्गेनाइजेशन साइकोलॉजी
इस कोर्स को करने के बाद आप इन सब जगह जॉब पा सकते है
- वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशनहेल्थ केयर एंड मेडिकल सेंटर
- जेल
- रिहैबिलिटेशन सेंटर
- रिसर्च एस्टेब्लिशमेंट
- करेक्शनल प्रोग्राम
- कम्युनिटी मेंटल हेल्थ सेंटर
इस कोर्स को करने के बाद आप ये सब बन सकते हैं
- सोशल वर्कर
- चाइल्ड सपोर्ट स्पेशलिस्ट
- हेल्थ एजुकेटर
- सोशल साइकोलॉजिस्ट
- रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट
- ह्यूमन रिसोर्स असिस्टेंट
- अर्बन प्लानिंग ऑफिसर
- क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट
डिप्लोमा इन अप्लाइड साइकोलॉजी के लिए टॉप कॉलेज
- महावीर महाविद्यालय, कोल्हापुर
- गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर
2. Diploma in Digital Marketing
डिजिटल मार्केटिंग अब लगभग सभी बिजनेस की जरूरत बन गई है। क्योंकि इस डिजिटल युग में बिजनेस का सिर्फ ट्रेडिशनल मार्केटिंग से काम चलने वाला नहीं है।
आपका मन अगर टेक्निकल काम में ज्यादा लगता है तो ये आपके लिए बहुत ही अच्छा शॉर्ट टर्म कोर्स (short term course) है।
ये कोर्स आमतौर पर छः महीने का होता है, यानी ये एक 12वीं के बाद 6 महीने का कोर्स जिसकी फीस लगभग पच्चीस हजार से तीस हजार (25,000 – 30,000) ₹ तक होती है
इस कोर्स में कई सारी sub category है, जैसे
- सोशल मीडिया मार्केटिंग (SMM)
- गूगल एड्स
- ईमेल मार्केटिंग
- कनवर्जन ऑप्टिमाइजेशन
- पे पर क्लिक (PPC)
- वेब एनालिटिक्स
- कंटेंट मार्केटिंग
- गूगल एनालिटिक्स
- मोबाइल मार्केटिंग
- सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO)
इसमें से आप किसी एक कैटेगरी में एक्सपर्ट हो सकते हैं।
इस कोर्स को करने के बाद आप ये सब बन सकते हैं
- डिजिटल मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव
- SEM स्पेशलिस्ट
- कंटेंट मार्केटर
- SEO मैनेजर
- डिजिटल सेल्स एक्जीक्यूटिव
- मोबाइल मार्केटिंग एक्सपर्ट
- ईमेल मार्केटिंग स्पेशलिस्ट
- वेब एनालिटिक्स एक्जीक्यूटिव
- सोशल मीडिया मार्केटिंग मैनेजर
ये कोर्स ज्यादातर ऑनलाइन माध्यम से ही होता है। कुछ इंस्टीट्यूट और कॉलेज भी इस कोर्स को करवाते हैं।
गूगल की तरफ से भी एक फंडामेंटल्स ऑफ डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स हैं। जिसे आप फ्री में कर सकते हैं और सर्टिफिकेट भी पा सकते हैं।
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3. Diploma in Agriculture
आपको अगर प्रकृति से अधिक जुड़ाव है तो ये आपके लिए बहुत ही अच्छी शॉर्ट टर्म कोर्स (short term course) है।
इस कोर्स की अवधि (duration) दो साल होती है, जिसमें चार सेमेस्टर होते हैं। इसकी फीस लगभग पांच हजार से ढाई लाख (5,000 – 2,50,000) तक होती है।
इस कोर्स में कृषि के कई सारे क्षेत्र कवर होते हैं। जैसे, जेनेटिक्स, सॉइल साइंस, डेयरी, हॉर्टिकल्चर, फार्मिंग, सीड प्रोडक्शन, आदि।
इसमें आपको सरकारी (public) और प्राइवेट (private) दोनों क्षेत्रों में नौकरी मिल सकती हैं।
इस कोर्स को करने के बाद आप इन सब क्षेत्रों में जॉब पा सकते है
- एग्री – बिजनेस मैनेजमेंट
- एनिमल हसबेंडरी
- हार्वेस्टिंग टेक्नीक्स
- सॉइल कंडीशन
- नेचुरल रिसोर्सेस
- सॉइल फर्टिलिटी
- क्रॉपिंग मशीनरी
- अन्य कृषि क्षेत्र
इस कोर्स को करने के बाद आप ये सब बन सकते हैं
- एग्रीकल्चरल ऑफिसर
- एग्रीकल्चरल एनालिस्ट
- एग्रीकल्चरल साइंटिस्ट
या आप खुद का स्टार्टअप भी कर सकते हैं।
टॉप कॉलेज
- केरल एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, केरल
- लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, जालंधर
- कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चरल टेक्नोलॉजी, थेनी
- अन्नामलाई यूनिवर्सिटी, तमिलनाडु
- ओडिशा यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, भुवनेश्वर
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4. Diploma in Graphic Designing
रचनात्मक (creative) विद्यार्थियों के लिए ये एक बहुत ही अच्छा शॉर्ट टर्म कोर्स (short term course) है। इसमें आपको अपनी रचनात्मकता (creativity) दिखाने का पूरा मौका मिलेगा।
इस कोर्स की अवधि (duration) एक वर्ष होती और इसकी फीस लगभग बत्तीस हजार नौ सौ से चौरानवे हजार (32,900 – 94,000) ₹ तक होती है।
इस कोर्स के अंतर्गत कई सारी टॉपिक आती है। जैसे, फोटोग्राफी, 3D डिजाइन, फाइन आर्ट, ग्राफिक्स, प्रिंटमेकिंग, डिजिटल मीडिया, आदि।
इस कोर्स को करने के बाद आप इन सब क्षेत्रों में जॉब पा सकते है
- मल्टी – मीडिया कंपनी
- डिजाइन स्टूडियो
- कमर्शियल पैकेजिंग
- कॉरपोरेट बिजनेस
- वेब डिजाइनिंग
- एड एजेंसी
- पब्लिशिंग हाउस
इस कोर्स को करने के बाद आप ये सब बन सकते हैं
- एडवरटाइजिंग आर्ट डायरेक्टर
- एडिटोरियल डिजाइनर
- मल्टी – मीडिया प्रोग्रामर
- पैकेजिंग डिजाइनर
- फ्लैश एनिमेटर
- लेआउट डिजाइनर
- ग्राफिक डिजाइनर
टॉप डिजाइन कॉलेज
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद
- इंडस्ट्रियल डिजाइन सेंटर, मुंबई
- यूनाइटेड वर्ल्ड इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, गांधीनगर
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT), नवी मुंबई
- सिंबायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, पुणे
5. Diploma in Journalism and Mass Communication
ये एक पत्रकारिता (journalism) के क्षेत्र में 1 साल का फुल टाइम डिप्लोमा प्रोग्राम हैं। इसकी फीस लगभग 14,000 ₹ से 80,000 ₹ तक होती है।
इसमें आप रिपोर्टिंग, एडिटिंग, कम्युनिकेशन, इतिहास, मीडिया मैनेजमेंट के साथ – साथ रेडियो और टीवी जर्नलिज्म भी सीखते हैं।
इस कोर्स को करने के बाद आप ये सब बन सकते हैं
- जर्नलिस्ट
- कंटेंट राइटर
- NGO वर्कर
- ट्रांसलेटर
- न्यूज रीडर
टॉप कॉलेज
- इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट, उत्तर प्रदेश
- महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी, मेघालय
- स्वामी विवेकानंद इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, उत्तराखंड
- टाइम्स बिजनेस स्कूल, गुजरात
जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन, मुंबई - इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट एंड एडमिनिस्ट्रेशन, चेन्नई
6. Advance Excel
ये शॉर्ट टर्म कोर्स (short term course) कॉमर्स के विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त है। इसमें आपको माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल (MS – Excel) का पूरा ट्यूटोरियल, फार्मूला और फंक्शन सिखाया जाता है।
MS – Excel के अलावा इसमें VBA, MS – Access, SQL, और Tableau भी सिखाया जाता है।
इस कोर्स की अवधि (duration) मुख्यत: 72 घंटा होता है जो कि 1 – 2 महीने में पूरा हो जाता है। इसकी फीस लगभग सोलह हजार से बीस हजार (16,000 – 20,000) ₹ तक होती हैं।
इस कोर्स के बाद आप इन सब क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं।
- प्राइवेट इक्विटी
- इन्वेस्टमेंट बैंकिंग
- कॉरपोरेट डेवलपमेंट
- फाइनेंशियल प्लानिंग एंड एनालिसिस
इसमें आपको pivot table, lookup table, pivot chart आदि बनाना होता है और डाटा वैलीडेशन कारण होता है।
ये कोर्स ज्यादातर ऑनलाइन मोड में ही होती है।
7. Diploma in Physiotherapy
जो विद्यार्थी विज्ञान संकाय (science stream) से 12th पास किए है। उनके लिए ये एक बहुत अच्छा शॉर्ट टर्म कोर्स (short term course) ।
फिजियोथेरेपी, ट्रेंडिंग करियर (trending career) में से एक है। क्योंकि इसका वर्तमान में भी बहुत मांग (demand) है और भविष्य में भी रहने की संभावना है।
ये एक 2 साल का डिप्लोमा प्रोग्राम हैं। जिसकी सालाना फीस लगभग दस हजार से पांच लाख (10,000 – 5,00,000) ₹ तक हो सकती है।
इस कोर्स के बाद आप यहां जॉब कर सकते है
- रिहैबिलिटेशन सेंटर
- डिफेंस मेडिकल ऑर्गेनाइजेशन
- हेल्थ इंस्टीट्यूशन
- फार्मा इंडस्ट्री
- ऑर्थोपेडिक डिपार्टमेंट्स
इस कोर्स को करने के बाद आप ये सब बन सकते हैं
- असिस्टेंट फिजियोथेरेपिस्ट
- स्पोर्ट्स फिजियो रिहैबिलिटेटर
- थेरेपी मैनेजर
- सेल्फ एंप्लॉयड प्राइवेट फिजियोथेरेपिस्ट
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टॉप कॉलेज
- एम्स, दिल्ली
- आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज, पुणे
- मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, दिल्ली
- मद्रास मेडिकल कॉलेज, चेन्नई
- श्री रामचंद्र मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, चेन्नई
8. Diploma in Textile Design
टेक्सटाइल इंडस्ट्री भारत का दूसरा सबसे बड़ा रोजगार देने वाला सेक्टर हैं। तो अगर आप ये शॉर्ट टर्म कोर्स (short term course) कोर्स करते है तो आपके रोजगार पाने की संभावना बढ़ जाएगी।
ये एक साल डिप्लोमा प्रोग्राम हैं। इसकी फीस लगभग चालीस हजार से एक लाख (40,000 – 1,00,000) ₹ तक होती है।
इस कोर्स को करने के बाद आप ये सब बन सकते हैं
- कलर एंड स्टाइल स्पेशलिस्ट
- प्रिंट एंड पैटर्न डिजाइनर
- टेक्सटाइल इलस्ट्रेटर
- कलर एंड डिजाइन कंसल्टेंट
- टेक्सटाइल एंड सर्फेस डेवलपर
- कलर एंड ट्रेंड फोरकास्टर
- इनोवेटिव डिजाइन कंसल्टेंट
टॉप कॉलेज
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद
- इंडस्ट्रियल डिजाइन सेंटर, मुंबई
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT), हैदराबाद
- यूनाइटेड वर्ल्ड इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, गांधीनगर
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT), नई दिल्ली
- सिंबायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, पुणे
9. Data Entry Operator Course
इसे कंप्यूटर का बेसिक कोर्स कहा जाता है। आप अगर कंप्यूटर के क्षेत्र में आसान शॉर्ट टर्म कोर्स (short term course) ढूंढ रहे है। तो आप ये कोर्स कर सकते है।
इसमें आपको कंप्यूटर टाइपिंग और डाटा एंट्री सिखाई जाती है।
इस कोर्स की अवधि (duration) मुख्यत: 6 महीना होता है यानी डिजिटल मार्केटिंग कोर्स की तरह ये भी एक 12वीं के बाद 6 महीने का कोर्स है । इसकी फीस लगभग एक हजार से दस हजार (1,000 – 10,000) ₹ तक होती है
इस कोर्स के बाद आप डाटा एंट्री ऑपरेटर बन सकते हैं या फ्रीलांसिंग कर सकते हैं।
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10. Diploma in Tourism and Travel Management
आपको अगर नए – नए लोगों से मिलना अच्छा लगता है, नई – नई जगह घूमना पसंद है तो ये आपके लिए बहुत ही अच्छा शॉर्ट टर्म कोर्स (short term course) है।
इस कोर्स की अवधि (duration) आमतौर पर एक साल होती है पर किसी – किसी कॉलेज/यूनिवर्सिटी में ये यही कोर्स 6 महीना का होता है। इसकी फीस लगभग पंद्रह हजार से दो लाख सत्तर हजार (15,000 – 2,70,000) तक होती है।
इस कोर्स को करने के बाद आप इन सब जगह जॉब पा सकते है
- टूरिज्म एंड ट्रैवल इंडस्ट्री
- एविएशन इंडस्ट्री
- टूरिज्म ऑपरेटिंग फॉर्म्स
- हेरिटेज टूरिज्म
- होटल एंड रिसोर्ट
इस कोर्स को करने के बाद आप ये सब बन सकते हैं
- टूरिज्म ऑपरेटर
- ट्रैवल प्लानर
- मैनेजमेंट ट्रेनी
- ट्रैवल एनालिस्ट
- टूर मैनेजर
टॉप कॉलेज
- अकबर एकेडमी
- यूनिवर्सिटी ऑफ मुंबई
- ब्लू व्हेल एकेडमी
- IIFLY एविएशन ट्रेनिंग सेंटर
- इंस्टीट्यूट ऑफ लॉजिस्टिक एंड एविएशन मैनेजमेंट
12वीं के बाद शॉर्ट टर्म कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज
12th के बाद आप निम्नलिखित Universities से शॉर्ट टर्म कोर्स कर सकते हैं.
- हावर्ड यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया
- जॉर्जिया इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी
- मिशीगन स्टेट यूनिवर्सिटी
- केलिफोर्निया इंस्टीट्यूट आफ द आर्ट्स
- मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT)
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी (NIFT)
- टाइम्स बिजनेस स्कूल
- मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज
- लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU)
अगर आप 12वीं साइंस, आर्ट्स तथा कॉमर्स के बाद किए जाने वाले विभिन्न प्रकार के (बैचलर, डिप्लोमा, पैरामेडिकल, एवं कंप्यूटर) कोर्स, सरकारी परीक्षा एवं नौकरी के बारे में विस्तार से जानना चाहते है. तो आप हमारा eBook खरीद सकते है.
इस ईबुक में 12वीं के तीनों स्ट्रीम के बाद किए जाने वाले कोर्स और सरकारी नौकरियों के बारे में विस्तार से बताया गया है.
इस ब्लॉग पोस्ट ‘ 12वीं के बाद शॉर्ट टर्म कोर्स ‘ में हमने दस शॉर्ट टर्म कोर्स जाना जिसे आप 12th के बाद कर सकते है l अगर आप इसमें से किसी भी कोर्स को करने के इक्षुक (interested) है और उसके बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं जैसे उस कोर्स की पात्रता (eligibility criteria), नामांकन प्रक्रिया (admission process), पाठ्यक्रम (syllabus) आदि। तो कॉमेंट में जरूर बताएं हम उस पर भी जल्द एक पोस्ट लेकर आएंगे।
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12वीं के बाद शॉर्ट टर्म कोर्स – FAQs
सर्टिफिकेट इन टैली, सर्टिफिकेट इन डिजिटल मार्केटिंग, सर्टिफिकेट इन सोशल वर्क, आदि 12वीं के प्रमुख सबसे छोटे कोर्स है.
शॉर्ट टर्म कोर्स उस कोर्स को कहते हैं जिसे थोड़े समय के अंतराल में पूरा किया जा सकता है. इसे पार्ट टाइम कोर्स या रेगुलर कोर्स के रूप में किया जा सकता है.
जल्दी जॉब पाने के लिए आप प्रोडक्ट मैनेजमेंट सर्टिफिकेशन प्रोग्राम, बिजनेस एनालिटिक्स सर्टिफिकेशन प्रोग्राम, साइबर सिक्योरिटी सर्टिफिकेशन प्रोग्राम, आदि कोर्स कर सकते हैं.
शॉर्ट टर्म कोर्स मुख्यता 3 महीने से 12 महीने (1 साल) तक का होता है.
शॉर्ट टर्म कोर्स करने के बाद आपको 20 हजार से 50 हज़ार तक की सैलरी मिल सकती है.