English Likhna Kaise Sikhe? इन 5 स्टेप में अंग्रेजी लिखना सीखें

अंग्रेजी की अहमियत इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि आपको कई जगह इंग्लिश में ही लिखना होता है या अंग्रेज़ी में लिखना ज्यादा अच्छा माना जाता है. जैसे एकेडमिक और प्रोफेशनल लाइफ में आपको कई सारे आवेदन (application) लिखकर देने होते है. एकेडमिक और प्रोफेशनल लाइफ के अलावा निजी जीवन में भी कई जगह इंग्लिश लिखना होता है. ऐसे में आपके लिए अंग्रेजी लिखना सीखना बहुत लाभदायक है. तो आइए विस्तार से जानते है कि English likhna kaise sikhe?

मोबाइल का इस्तेमाल बढ़ने के साथ-साथ अंग्रेजी भाषा का इस्तेमाल भी बढ़ रहा है. मोबाइल में चैटिंग के दौरान बहुत सारे लोग इंग्लिश में ही चैट करते है. वहीं कई लोग hinglish में भी चैट करते है. ईमेल भी ज्यादातर अंग्रेजी में ही लिखना होता है.

इस पोस्ट में हमलोग जानेंगे कि English likhna kaise sikhe? जिसके अंतर्गत अंग्रेजी लिखना सीखने से जुड़ा कुछ टिप्स भी आपके साथ साझा करेंगे, एवं अंत में इंग्लिश लिखना कैसे सीखे से संबंधित कुछ प्रश्न (FAQs) भी देखेंगे. तो इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें.


English Likhna Kaise Sikhe? अंग्रेजी लिखना सीखने के लिए 5 स्टेप

नीचे इंग्लिश लिखना सीखने के लिए 5 स्टेप बताएं जा रहे है, जिसे अपनाकर आप आसानी से अंग्रेजी लिखना सीख सकते हैं.

a hand writing on a piece of paper
English Writing

1. अंग्रेजी ग्रामर की बारीकी को समझें

इंग्लिश पढ़ने और बोलने की तुलना में अंग्रेजी लिखने में ग्रामर का ज्यादा इस्तेमाल होता है. इंग्लिश बोलने में तो बड़े-बड़े स्पीकर भी ग्रामेटिकल मिस्टेक करते है. कई बार वे सेंटेंस को फैंसी बनाने के लिए जानबुझ कर ग्रामर के नियम को तोड़ देते है. 

इसी तरह पढ़ने में भी, अगर आपको थोड़ा बहुत भी ग्रामर आता है तो आप अंग्रेजी पढ़ सकते है. लेकिन जब आप अंग्रेजी लिखते है तो आपको अच्छे से ग्रामर की समझ होनी चाहिए, क्योंकि लेखन के रूप (written form) में भाषा अधिक संरचनात्मक (structured) और फॉर्मल होते हैं. 

How to stop spelling mistakes in english writing

जैसा की हमलोग ऊपर जान चुके है कि एकेडमिक और प्रोफेशनल लाइफ में अंग्रेजी लिखने की बहुत आवश्यकता पड़ती है. जैसे आवेदन लिखना, पत्र लिखना, शिकायत दर्ज करना आदि और इसमें आपको ग्रामर का पूरा ध्यान रखकर सही-सही अंग्रेजी लिखना होता है.

इंग्लिश ग्रामर को अच्छे से समझें के लिए आप Perfect English Grammar ब्लॉग को फॉलो कर सकते हैं. इस ब्लॉग पर आपको कई सारे छोटे-छोटे एक्सरसाइज के माध्यम से ग्रामर के नियम को आसान और मनोरंजक तरीके से बताया गया है.

2. अपनी वोकेबुलरी बढ़ाएं

एक डायलॉग तो आपने शायद सुना ही होगा की आपकी तारीफ के लिए शब्द नहीं मिल रहे है. ठीक इसी तरह आपके साथ होगा जब आपको ज्यादा vocabulary याद नहीं रहेगा. तब आपको अंग्रेजी लिखने के लिए शब्द (word) कम पड़ जाएंगे.


क्या आप इंग्लिश बोलना सीखने के लिए किसी एक्सपर्ट इंग्लिश ट्यूटर से बात करना चाहते हैं? तो आप Preply पर जाकर अपना पहला ट्रायल लेशन बुक कर सकते हैं. 

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अगर आप अपने पहले इंग्लिश लेसन से खुश नहीं है तो आप इसके मनी बैक गारंटी के तहत अपना 100% पैसा वापस पा सकते हैं. तो देर किस बात की आज ही Preply पर अपना पहला ट्रायल लेशन बुक करके इंग्लिश सीखना शुरू करें.


इसलिए रोज कुछ न कुछ वर्ड मीनिंग जरूर याद करें. इसे आसान बनाने के लिए अपना एक रूटीन बना लें की आपको रोज 5 या 10 नए वर्ड याद करना है. इसमें भी दैनिक जीवन में इस्तेमाल होने वाले वर्ड को पहले याद करें. इस तरह आप अपने वोकेबुलरी को बढ़ा पाएंगे.

3. खूब पढ़ें

ये आपको थोड़ा अजीब लग सकता है कि अंग्रेजी लिखना कैसे सीखें (english me likhna kaise sikhe) की टिप्स में पढ़ने के लिए बोला जा रहा है! लिखना और पढ़ना तो दो अलग-अलग एक्टिविटी है. तो आपको बता दें कि अच्छा लिखने के लिए पढ़ना उतना ही जरूरी है जितना जीने के लिए हवा. यानी बिना पढ़े हुए आप अच्छा लिख नहीं सकते है.

ऊपर के 2 प्वाइंट में हमने जाना था कि इंग्लिश लिखने के लिए ग्रामर की समझ और रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाली वोकेबुलरी याद होना अनिवार्य है. तो ग्रामर को समझने में और नए वर्ड याद करने में पढ़ना बहुत लाभदायक है.

जब भी आप कुछ अंग्रेजी में पढ़ते है तो आपको मुख्यत: तीन फायदे होते है जो निम्नलिखित है:

  1. ग्रामर के नियम को समझने में आसानी होती है.
  2. वाक्य निर्माण (sentence formation) सीखते है.
  3. कई सारे नए शब्द सीखते है.

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इसलिए नियमित रूप से अंग्रेजी पढ़ने की आदत बना लें. अगर आप अंग्रेजी अखबार पढ़ सकते है तो रोज पढ़ने का प्रयास करें. इंग्लिश न्यूजपेपर में कई सारे नए-नए वर्ड रहते है जिसे याद करके आप अपना वोकेबुलरी बढ़ा सकते है.

4. रोज लिखने की प्रैक्टिस करें 

इंग्लिश लिखना आप तभी सीख सकते है जब आप इसे लिखने की प्रैक्टिस करेंगे. लेकिन सवाल ये आता है कितना लिखें और कितने दिनों के अंतराल में लिखें? तो इसका उत्तर बहुत ही सरल है कि अगर रोज हो सके तो रोज लिखें और शुरू में 5 से 10 मिनट रोज लिखें फिर धीरे-धीरे लिखने की मात्रा बढ़ाते रहें.

अगर आपको अंग्रेजी लिखने में बहुत ज्यादा समस्या हो रही हो और आपके दिमाग में बार बार यही सवाल आ रहा हो की अंग्रेजी में कैसे लिखें (english me kaise likhe) तो शुरू में आप देख-देख कर लिख सकते है. फिर जब आपको कुछ लिखना आ जाए तो खुद से भी अंग्रेजी लिखने की कोशिश करें.

क्या लिखना है? इसकी चिंता शुरुआत में ज्यादा न करें. बल्कि जो दिल में आए उसे ही नोटबुक पर लिख लें. लिखने के बाद अगर आपको लगता है कि ये बहुत बुरा है तो उसे आप फाड़ कर कूड़ेदान में डाल दें. लेकिन गलत लिखने के डर से लिखना न छोड़े.

अंग्रेजी लिखने के अभ्यास के लिए अंग्रेजी में डायरी लिखना भी एक बहुत अच्छा उपाय है. इसलिए अगर आपको डायरी लिखने की आदत है तो अच्छी बात है और अगर नही है तो इसकी आदत बना लें. इससे आपको अंग्रेजी लिखना सीखने में बहुत मदद मिलेगी.

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5. अपने लिखे हुए को चेक करवाएं

जब तक आप ये नहीं जानेंगे की आप गलती कर रहे है तब तक आप उसमें सुधार नहीं कर सकते हैं. इसलिए आप जो भी लिखें उसे लिखने के बाद एक बार चेक जरूर कर लें. उसमें जो भी गलती हो जैसे ग्रामर का गलत इस्तेमाल, पंक्चुएशन का सही जगह न होना, गलत स्पेलिंग आदि जैसी गलती को प्वाइंट आउट करके उसे सुधारने का प्रयास करें.

चूंकि अभी आप इंग्लिश लिखना सीख ही रहे है इसलिए अभी आपको गलती(यां) ढूंढने में थोड़ी कठिनाई होगी. वैसे भी आमतौर पर आदमी को अपनी गलती जल्दी नहीं दिखती है. इसलिए अपने लिखे हुए को किसी अच्छे इंग्लिश के जानकार  से चेक करवाएं. ये आपके शिक्षक, मित्र या आपके परिवार के कोई सदस्य हो सकते है.

अगर आपको आस-पास कोई ऐसा शख्स नहीं मिल रहा है जो आपके लिखे हुए को चेक कर सकें तो आप ऑनलाइन ढूंढ सकते है. इस काम के लिए आप Long-8 का इस्तेमाल कर सकते है. Long-8 अंग्रेजी जानकारों की कम्युनिटी है जो आपके लिखे हुए ड्राफ्ट को मुफ्त में एडिट कर देंगे.


निष्कर्ष (Conclusion)

अंग्रेजी लिखना आना आपके एकेडमिक और प्रोफेशनल लाइफ में बहुत मददगार होता है. कई मामलों में ये अनिवार्य होता है. आजकल तो चैटिंग के दौरान भी इंग्लिश का खूब इस्तेमाल होता है, और ईमेल तो मुख्यत: इंग्लिश में ही लिखा जाता है.

आप ग्रामर की बारीकी को समझकर और रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाले वोकेबुलरी को याद करके इंग्लिश लिखना सीख सकते है. कई सारे माध्यम है जहां से आप ये सीख सकते है. जिसमें किताब सबसे अच्छा साधन है.

लिखना सीखने के लिए आपको खूब पढ़ना होगा. पढ़ने से आपको सेंटेंस फॉर्मेशन और ग्रामर अच्छे से समझ में आएगा एवं इसके साथ-साथ आपकी वोकेबलरी भी बढ़ेगी. इसके अलावा रोज अंग्रेजी लिखने की प्रैक्टिस करें एवं लिखने के दौरान हुई गलती को प्वाइंट आउट कर उसे सुधारें.

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इंग्लिश लिखना सीखने से संबंधित प्रश्न (FAQs)

हिंदी को इंग्लिश में लिखना कैसे सीखे?

मार्केट में कई सारे हिंदी टू इंग्लिश ट्रांसलेशन की किताब मौजूद है. जिसकी सहायता से आप हिंदी को इंग्लिश में लिखना सीख सकते हैं.

Bachcho ko english likhna kaise sikhaye?

सबसे पहले उन्हें चॉक पकड़ना और स्लेट पर लिखने का अभ्यास कराएं. अल्फाबेट (a,b,c,d…) का कोई एक अक्षर उसे लिखकर दें और उन्हें उस पर मसह (repetition) करने को कहें. उसके बाद उसे खुद से लिखने को कहे.

जब वो अल्फाबेट के सभी अक्षर लिखना सीख जाएं तो उसे अक्षर से शब्द (word), शब्दों से वाक्य (sentence) और वाक्यों से पैराग्राफ बनाना सिखाएं. शुरू में उसे रोज 1 पेज इंग्लिश लिखने को कहें और फिर उसके लिखे हुए को खुद से चेक करें.

उम्मीद है कि आपको ये पोस्ट English Likhna Kaise Sikhe उपयोगी लगा होगा. इससे जुड़ा आपका अगर कोई प्रश्न है तो कॉमेंट में जरूर पूछें एवं इस पोस्ट को उन लोगों तक शेयर करें जो इंग्लिश लिखना सीखना चाहते है.

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