जहां डॉक्टर बन कर आपको मानवता की सेवा करने का मौका मिलता है तो वही इस प्रोफेशन में पैसा भी बहुत है. जिससे आप अपनी जरूरतों और ख्वाहिशों को पूरा कर सकते हैं. तो क्या आप भी एक डॉक्टर बनना चाहते हैं? तो आइए विस्तार से जानते हैं कि 12वीं के बाद डॉक्टर कैसे बने?
12th ke baad doctor kaise bane? ये जानने से पहले आपके दिमाग में यह सवाल आ रहा होगा कि आखिर डॉक्टर क्यों बने? इतने सारे डॉक्टर तो है दुनिया में, क्या इसके बाद हमें नौकरी मिल जाएगी? तो इसमें मेरा जवाब ये है कि अगर आपका मेडिकल के क्षेत्र में रुचि है तो आप डॉक्टर जरूर बनिए.
आप अगर किसी अच्छे मेडिकल इंस्टीट्यूट (जैसे AIIMS) से एमबीबीएस या अन्य कोई मेडिकल कोर्स किए होंगे तो आपको तो किसी सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में जरूर नौकरी मिल जाएगी. अगर नौकरी नहीं मिली तो अपना क्लीनिक खोल सकते हैं. पैसा कम है तो गांव में छोटा सा क्लीनिक खोल सकते हैं.
आज भी कई सारे गांव में चिकित्सा की सुविधा सही से उपलब्ध नहीं है. वहां झोलाछाप डॉक्टर अपनी सेवा देते हैं. वैसे झोला छाप डॉक्टर पर आपकी क्या राय है? क्या वह सही है या गलत है? अपनी राय कमेंट में जरूर बताएं.
इस पोस्ट में हम लोग जानेंगे कि 12वीं के बाद डॉक्टर कैसे बने जिसके अंतर्गत टॉप मेडिकल यूनिवर्सिटीज, मेडिकल के क्षेत्र में करियर स्कोप, आदि के बारे में भी जानेंगे, अंत में Doctor banne ke liye kya karen से जुड़े कुछ सवाल (FAQs) भी देखेंगे. तो इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें.
12वीं के बाद डॉक्टर: एक संक्षिप्त परिचय
पेशा | डॉक्टर |
प्रमुख परीक्षा | NEET |
प्रमुख कोर्स | MBBS |
कोर्स की अवधि | 5.5 वर्ष |
नौकरी के अवसर | अस्पताल, हेल्थ केयर सेक्टर, आदि |
औसत शुरुआती सैलरी | ₹45,000 (प्रति माह) |
डॉक्टर कितने प्रकार के होते हैं?
डॉक्टर 20 से भी ज्यादा प्रकार के होते हैं. कुछ डॉक्टर बहुत से छोटे मोटे रोगों का इलाज करते हैं, जिसे जनरल फिजिशियन कहा जाता है. तो वहीं कुछ डॉक्टर शरीर के किसी ख़ास अंग में होने वाले रोग के विशेषज्ञ होते हैं. जैसे डेंटिस्ट जो दांतों के रोग का इलाज करते है.
कुछ प्रमुख डॉक्टर के प्रकार निम्नलिखित हैं:
- जनरल फिजिशियन
- दिल का डॉक्टर (cardiologist)
- दांत का डॉक्टर (dentist)
- त्वचा का डॉक्टर (dermatologist)
- आंख, नाक एवं गला का डॉक्टर (ENT Specialist)
- हड्डी का डॉक्टर (orthopedic)
- पेट का डॉक्टर (gastroenterologist)
- बच्चों का डॉक्टर (pediatrician)
- स्त्री रोग विशेषज्ञ (gynaecologist)
- मानसिक रोग विशेषज्ञ (psychiatrist)
12वीं के बाद डॉक्टर कैसे बने: स्टेप्स
ये बात तो आपको पता ही होगा की डॉक्टर बनने के लिए आपका किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं साइंस (PCB) से पास किया होना अनिवार्य है. आइए अब स्टेप बाय स्टेप जानते हैं की 12वीं के बाद डॉक्टर कैसे बने?
मेडिकल प्रवेश परीक्षा पास करें
12वीं कक्षा के बाद डॉक्टर बनने का सपना रखने वालों के लिए सबसे पहला स्टेप ये है की आप कोई मेडिकल प्रवेश प्रवेश परीक्षा पास करें. मेडीकल इंस्टीट्यूट में एडमिशन के लिए कई सारी प्रवेश परीक्षाएं मौजूद है.
कुछ प्रमुख मेडिकल प्रवेश परीक्षा निम्नलिखित है:
- NEET
- JPIMER
- AIIMS
- कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज
- मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज
इन सब में NEET सबसे प्रसिद्ध मेडिकल प्रवेश परीक्षा है. नीट के जरिए भारत के अधिकतर मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिया जाता है.
डॉक्टर बनने के लिए मेडिकल कोर्स चुने
MBBS सबसे प्रमुख मेडिकल कोर्स है. परंतु आप अपने जरूरत के अनुसार अन्य कोर्स भी कर सकते हैं. जैसे आप अगर दांत का डॉक्टर (dentist) बनना चाहते हैं तो आपको BDS कोर्स करना होगा.
बैचलर आफ डेंटल सर्जरी (BDS) कोर्स की अवधि 5 साल होती है. जिसमें 4 साल थ्योरी पढ़ाई जाती है तथा 1 साल की इंटर्नशिप होती है. वहीं बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी (MBBS) कोर्स की अवधि 5 वर्ष 6 महीना होता है, जिसके अंतर्गत 1 साल की इंटर्नशिप भी होती हैं.
एक इंटर्नशिप पूरा करें
चाहे आप MBBS करें या BDS दोनों ही कोर्स में एक साल की इंटर्नशिप करना अनिवार्य है. इंटर्नशिप करने से इस क्षेत्र का प्रैक्टिकल ज्ञान मिलता है.
इस इंटर्नशिप (internship) के दौरान आपको डॉक्टर की देखरेख (supervision) में मरीजों को देखना होता है. एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त करने के लिए आपका ये इंटर्नशिप अच्छे से पूरा करना जरूरी है.
इंडियन मेडिकल रजिस्टर में पंजीकृत हो जाएं
मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (MCI) से मान्यता प्राप्त संस्थान से MBBS की डिग्री और इंटर्नशिप पूरा करने के बाद भारत में मेडिसिन की प्रैक्टिस के लिए आपको किसी राज्य के मेडिकल काउंसिल के अंतर्गत रजिस्टर होना होगा.
एक डॉक्टर के रूप में अभ्यास करना शुरू करें
MBBS और BDS ये दोनों ही एक बैचलर डिग्री है. इसके बाद अगर आप चाहे तो आप मेडिसिन की मास्टर डिग्री (जैसे MD) कर सकते हैं. परंतु ज्यादातर अभ्यर्थी इसके बाद डॉक्टर के रुप में अभ्यास करना शुरू कर देते हैं.
डॉक्टर के रुप में अभ्यास करने का आपके पास मुख्यता दो रास्ता है. पहला आप किसी प्राइवेट या सरकारी अस्पताल में कर्मचारी के रूप में काम करें तथा दूसरा आप अपना खुद का क्लीनिक खोलकर उसमें डॉक्टर के रुप में अभ्यास करें.
भारत के टॉप मेडिकल कॉलेज
अभी हमने ऊपर 12वीं के बाद डॉक्टर कैसे बने की पूरी प्रक्रिया स्टेप बाय स्टेप जाना, जिसमें से मेडिकल कोर्स करना एक मुख्य स्टेप था. तो आइए अब भारत के टॉप मेडिकल कॉलेज/ यूनिवर्सिटी जानते हैं.
भारत की टॉप मेडिकल कॉलेज की सूची नीचे दी जा रही है:
- ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS), दिल्ली
- क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (CMC), वेल्लोर
- नेशनल इंस्टीट्यूट आफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेज (NIMHANS), बंगलौर
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU), वाराणसी
- किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU), लखनऊ
- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU), अलीगढ़
- मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली
- गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (GMCH), चंडीगढ़
- लेडी हार्डिंगे मेडिकल कॉलेज फॉर वूमेन (LHMC), दिल्ली
- जामिया हमदर्द, नई दिल्ली
इन मेडिकल कॉलेज की फीस, एडमिशन के लिए योग्यता आदि जानने के लिए आप इसके आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं या कमेंट करें हम भी बता देंगे.
विदेश में डॉक्टर कैसे बने
कम फीस, अच्छी शिक्षा और करियर स्कोप को देखते हुए कई लोग विदेश में जाकर मेडिकल कोर्स करते हैं. यूके, ऑस्ट्रेलिया, यूएसए और कनाडा भारतीयों के लिए मेडिकल कोर्स करने के लिए सबसे पसंदीदा देश है.
विदेश से डॉक्टर बनने के लिए सबसे पहला स्टेप यह है कि आप अपने लिए एक मेडिकल कोर्स चुने फिर यह देखें कि वह मेडिकल कोर्स किस कॉलेज में उपलब्ध है.
मेडिकल कोर्स और कॉलेज चुनने के बाद उनके लिए योग्यता जाने और फिर यूनिवर्सिटी क्लिनिकल एप्टीट्यूड टेस्ट (UCAT) एंट्रेंस एग्जाम दें. इंग्लिश स्पीकिंग देश में पढ़ने के लिए आपको आईलेट्स (IELTS), TOEFL, जैसे इंग्लिश प्रोफिशिएंसी टेस्ट भी देना होगा.
एडमिशन हो जाने के बाद कोर्स और इंटर्नशिप पूरा करें. विदेश से डॉक्टर बनने के बाद आप वहीं प्रैक्टिस कर सकते हैं या अपने देश भारत में आकर कोई अस्पताल से जुड़ सकते हैं. अगर पैसा है तो अपना क्लीनिक भी खोल सकते हैं.
दुनिया की टॉप मेडिकल कॉलेज/ यूनिवर्सिटी
टॉप विदेशी मेडिकल कॉलेज/ यूनिवर्सिटी निम्नलिखित है:
- यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो, कनाडा
- एमसीगिल यूनिवर्सिटी, कनाडा
- यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड, यूके
- इंपिरियल कॉलेज लंदन, यूके
- हावर्ड यूनिवर्सिटी, यूएसए
- स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, यूएसए
- यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया
- मोनाश यूनिवर्सिटी, ऑस्ट्रेलिया
- मेमोरियल यूनिवर्सिटी आफ न्यूफाउंडलैंड, कनाडा
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज, यूके
ऊपर बताए गए किसी भी मेडिकल कॉलेज में से किसी भी विदेशी मेडिकल कॉलेज की फीस, एडमिशन के लिए योग्यता, आदि जानने के लिए उसके ऑफिशियल वेबसाइट पर विजिट करें. आप अपनी आसानी के लिए किसी कंसलटेंट से भी संपर्क कर सकते हैं. वो आपको विदेशी कॉलेजों में एडमिशन लेने में सहायता करेंगे.
12वीं के बाद मेडिकल के क्षेत्र में करियर स्कोप
12वीं के बाद मेडिकल के क्षेत्र में बहुत स्कोप है. ज्यादातर अभ्यर्थी 12वीं के बाद नीट क्लियर करके एमबीबीएस या बीडीएस कोर्स करते हैं. परंतु बहुत सारे NEET के बिना 12वीं के बाद मेडिकल कोर्स भी मौजूद है.
12th के बाद चिकित्सा के क्षेत्र में करियर स्कोप का अंदाजा इस वेरीफाइड मार्केट रिसर्च के अनुमान से लगा सकते हैं. उनके अनुसार वर्ष 2028 तक ग्लोबल हेल्थ केयर मार्केट 665.37 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा.
NEET के बिना 12वीं के बाद प्रमुख मेडिकल कोर्स निम्नलिखित हैं:
- बैचलर ऑफ फार्मेसी (B.Pharm)
- बैचलर आफ फिजियोथैरेपी (BPT)
- बैचलर ऑफ साइंस नेचुरोपैथी एंड योगिक साइंस (BNYS)
- बीएससी एग्रीकल्चर
- डिप्लोमा इन गाइनेकोलॉजी एंड ऑब्सटेट्रिक्स
- डिप्लोमा इन फार्मेसी
- डिप्लोमा इन क्लिनिकल पैथोलॉजी
- डिप्लोमा इन नर्सिंग
- बैचलर ऑफ मेडिकल लैबोरेट्री टेक्नोलॉजी (BMLT)
मेडिकल के क्षेत्र में जॉब प्रोफाइल
मेडिकल के क्षेत्र में प्रमुख जॉब प्रोफाइल निम्नलिखित है:
- जनरल फिजिशियन
- कार्डियोलॉजिस्ट
- गायनेकोलॉजिस्ट
- पेडिएक्ट्रीशियन
- न्यूरोलॉजिस्ट
- ईएनटी स्पेशलिस्ट
चिकित्सा के क्षेत्र में जॉब प्रोफाइल मुख्यता स्पेशलाइजेशन होता है. जैसे जनरल फिजिशियन कई सारे छोटे मोटे रोग जैसे सर्दी, बुखार, पेट में दर्द, आदि देखते हैं. जैसा की इसके नाम से ही लग रहा है की General Physician किसी ख़ास रोग में स्पेशलाइजेशन नहीं किए होते है.
वहीं दूसरी तरफ अन्य जॉब प्रोफाइल में शरीर के किसी खास अंग के रोग में स्पेशलाइजेशन किए होते हैं. जैसे कार्डियोलॉजिस्ट दिल से जुड़ी बीमारी का इलाज करते हैं. ENT स्पेशलिस्ट आंख नाक एवं गला से जुड़े समस्याओं का उपचार करते है.
चिकित्सा के क्षेत्र में टॉप रिक्रूटर
डॉक्टर बनने के बाद मुख्यता सरकारी या प्राइवेट हॉस्पिटल में एक कर्मचारी के रूप में काम मिलता है या जिसके पास पैसा होता है वो अपना क्लीनिक भी खोल लेते हैं.
परंतु सिर्फ यही दोनों विकल्प नहीं है. इसके अलावा भी कई फार्मास्यूटिकल कंपनी, हेल्थ केयर सेक्टर के अन्य विभाग, मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर आदि के रूप में काम मिल सकता है.
एक डॉक्टर को निम्नलिखित जगहों पर काम मिल सकता है:
- हॉस्पिटल
- एम्स
- मैक्स
- अपोलो
- लीलावती हॉस्पिटल
- बीएलके सुपर स्पेशलिटी
- मेडिकल कॉलेज
- लेबोरेटरीज
- हेल्थ सेंटर
- नर्सिंग होम
- फार्मास्यूटिकल कंपनी
- बायोमेडिकल कंपनी
ऊपर बताए गए किसी हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेज, हेल्थ सेंटर, आदि में नौकरी पाने के लिए उनके ऑफिशियल वेबसाइट के Career सेक्शन पर विजिट करें या Naukri.com, indeed, जैसे प्लेटफार्म पर जॉब देखकर उनके लिए अप्लाई करें.
डॉक्टर की सैलरी कितनी होती है
भारत में डॉक्टर की औसत शुरुआती सैलरी ₹45,000 प्रतिमाह होती है. हालांकि कुछ सालों के तजुर्बा और ज्ञान होने पर सीनियर डॉक्टर की सैलरी 1.7 लाख से 2.54 लाख तक हो जाती है.
हालांकि एक डॉक्टर की सैलरी बहुत सी चीजों पर निर्भर करता है. जैसे वर्क एक्सपीरियंस, शिक्षा, अस्पताल के प्रकार, स्पेशलाइजेशन, शहर, देश आदि.
अलग-अलग स्पेशलाइजेशन के अनुसार डॉक्टर की सैलरी नीचे की तालिका में दी जा रही है:
स्पेशलाइजेशन | औसत सैलरी (₹ प्रतिमाह) |
कार्डियोलॉजिस्ट | 1.22 लाख |
न्यूरोलॉजिस्ट | 97 हजार |
गायकोलॉजिस्ट | 98 हजार |
जनरल फिजिशियन | 60 हजार |
ईएनटी स्पेशलिस्ट | 80 हजार |
पीडियाट्रिशियन | 80 हजार |
ऑंकोलॉजिस्ट | 78 हजार |
वैसे विभिन्न स्पेशलाइजेशन के अनुसार डॉक्टर की सैलरी आप AmbitionBox, GlassDoor, आदि जैसी वेबसाइट से भी जान सकते हैं.
12वीं के बाद डॉक्टर बनने से संबंधित प्रश्न (FAQs)
सरकारी डॉक्टर कैसे बने?
सरकारी डॉक्टर बनने के लिए विभिन्न सरकारी अस्पताल, एवं अन्य सरकारी विभागों की वेकेंसी पर नजर रखें. वे समय समय पर सरकारी डॉक्टर की रिक्तियां (vacancy) अपनी वेबसाइट और समाचार पत्रों में निकलते रहते हैं.
इसके अलावा संघ लोक सेवा आयोग (UPSC), रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड (RRB), आदि भी सरकारी डॉक्टर की भर्ती के लिए नोटिफिकेशन निकालती रहती है. आप UPSC, RRB आदि के जरिए भी सरकारी डॉक्टर बन सकते हैं.
डॉक्टर बनने के लिए कितने पैसे लगते हैं?
एक डॉक्टर बनने के लिए आमतौर पर 90 लाख से 1 करोड़ तक पैसे लगते हैं. इतना पैसा आपको तब लगता है जब आप प्राइवेट मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस करते हैं, क्योंकि प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की 18 लाख से 30 लाख तक सालाना फीस ही होती है.
वहीं अगर आप गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस करते हैं तो आप कम पैसे में भी डॉक्टर बन सकते हैं. गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज की वार्षिक फीस 25 हजार से 75 हजार के बीच होती है.
ये तो सिर्फ एमबीबीएस कोर्स की फीस हुई. बाकी रहने, खाने, कॉपी, किताब, आदि का खर्चा आप ऊपर से जोड़ लें. कुल मिलाकर डॉक्टर बनने के लिए आपका अच्छा-खासा पैसा लगने वाला है.
12वीं के डॉक्टर बनने में कितने साल लगते है?
अगर आप 12वीं के बाद MBBS कोर्स करके डॉक्टर बनते है तो इसमें 5 वर्ष 6 महीना लगता है. वहीं दांत का डॉक्टर (dentist) बनने के लिए पूरा 5 साल लगता है.
कम पैसे में डॉक्टर कैसे बने?
गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस, बीडीएस, आदि कोर्स करके आप कम पैसे में भी एक अच्छा डॉक्टर बन सकते है.
बिना डिग्री का डॉक्टर कैसे बने?
बिना किसी डिग्री के आप एक प्रोफेशनल डॉक्टर नहीं बन सकते हैं. डॉक्टर बनने के लिए आपको एमबीबीएस, बीडीएस या अन्य कोई मेडिकल कोर्स की डिग्री इंटर्नशिप सहित प्राप्त करनी होती है.
ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ लोग किसी डॉक्टर के पास कुछ दिन कंपाउंडिंग करने के बाद खुद से इलाज करना शुरू कर देते हैं. इसे ही झोलाछाप डॉक्टर कहा जाता है. तो आप बिना डिग्री के झोलाछाप डॉक्टर ही बन सकते हैं.
डॉक्टर बनने के लिए कौन सा सब्जेक्ट लेना चाहिए?
डॉक्टर बनने के लिए आपको 12वीं में साइंस (PCB) सब्जेक्ट लेना चाहिए. 12वीं साइंस से करने के बाद ही आप कोई मेडिकल कोर्स करके डॉक्टर बन सकते हैं.
डॉक्टर बनने के लिए 12वीं में कितने प्रतिशत प्रतिशत अंक चाहिए?
डॉक्टर बनने के लिए 12वीं में न्यूनतम 50% अंक चाहिए. यह क्राइटेरिया सामान्य अभ्यर्थियों के लिए है. वही एससी/एसटी/ओबीसी को 40% तथा दिव्यांग को न्यूनतम 45% अंक 12वीं में चाहिए एक डॉक्टर बनने के लिए.
क्या मैं 12वीं साइंस के बाद डॉक्टर बन सकता हूं?
हां, आप 12वीं साइंस के बाद ही डॉक्टर बन सकते हैं. डॉक्टर बनने के लिए आपको NEET या इस जैसी कोई अन्य मेडिकल प्रवेश परीक्षा पास करके मेडिकल कोर्स (जैसे एमबीबीएस, बीडीएस, आदि) पूरा करना होता है.
नीट या अन्य कोई मेडिकल प्रवेश परीक्षा में शामिल होने के लिए आपका 12वीं साइंस से पास होना अनिवार्य है.
12वीं के बाद डॉक्टर बनने के लिए क्या करना चाहिए?
12वीं के बाद डॉक्टर बनने के लिए आपको नीट या अन्य कोई मेडिकल प्रवेश परीक्षा देकर एमबीबीएस, बीडीएस, आदि में से कोई एक मेडिकल कोर्स करना चाहिए.
उसके बाद आपको इंटर्नशिप करनी होती है एवं भारत में मेडिसिन की प्रैक्टिस के लिए किसी राज्य के मेडिकल काउंसिल के अंतर्गत आपको रजिस्टर करना होगा.
ये सब करने के बाद आप किसी अस्पताल या खुद के क्लिनिक में एक डॉक्टर के रूप में अभ्यास करना शुरू कर सकते हैं.
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