मेडिकल के क्षेत्र में करियर की आपार संभावनाएं हैं. विभिन्न स्तर के कई सारे कोर्स है जिसे करके आप इस क्षेत्र में जा सकते हैं. लैब टेक्नीशियन कोर्स उन्हीं में से एक है. तो आइए विस्तार से जानते हैं कि Lab technician course kya hai?
जब कोई रोगी डॉक्टर के पास जाता है तो ज्यादातर मामलों में डॉक्टर उनका ईलाज करने से पहले कुछ जाँच लिख देते हैं, ताकि बीमारी का सही-सही पता लगाया जा सके. रोगी अपना जाँच कराने के लिए पैथोलॉजी सेंटर जाते हैं. वहां मौजूद लैब टेक्नीशियन रोगी से [मुख्यत: खून का] सैंपल लेते हैं, उसका जाँच करते हैं, फिर जाँच का रिपोर्ट तैयार करते हैं.
इस ब्लॉग पोस्ट में हमलोग जानेंगे कि लैब टेक्नीशियन कोर्स क्या है, लैब टेक्नीशियन कैसे बने, 10वीं, 12वीं एवं ग्रेजुएशन के बाद लैब तकनीशियन कोर्स, एवं अंत में इससे जुड़े कुछ प्रमुख प्रश्न व उनके उत्तर (FAQs) भी जानेंगे. तो इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें.
Lab Technician Course Kya Hai?
Lab technician course पैरामेडिकल कोर्स के श्रेणी में आता है. ये कोर्स आप 10वीं, 12वीं एवं ग्रेजुएशन के बाद कर सकते हैं. इसमें पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, ब्लड बैंकिंग, बायोकेमिस्ट्री, आदि विषय पढ़ाएं जाते हैं और साथ ही साथ इसका प्रैक्टिकल भी कराया जाता है.
Lab technician course को Clinical lab science course भी कहा जाता हैं.
इस कोर्स को करने के बाद आप एक प्रमाणित (certified) मेडिकल लैब टेक्नीशियन या मेडिकल लैब टेक्नोलॉजीस्ट बन जाते हैं.ये उन मेडीकल कोर्स में से एक कोर्स हैं जिसमें आप बिना NEET क्वालीफाई किए एडमिशन ले सकते हैं.
लैब टेक्नीशियन कोर्स में आपको निम्नलिखित विषय पढ़ाएं जाते हैं :
- एनाटोमी
- पैथोलॉजी
- माइक्रोबायोलॉजी
- बायोकेमिस्ट्री
- फार्माकोलॉजी
- स्टेटिस्टिक्स
- कम्युनिटी मेडिसिन
- फिजियोलॉजी
इसके साथ-साथ आपको कोर्स के दौरान प्रैक्टिकल भी कराया जाता है, आपका viva-voce (मौखिक परीक्षा) भी लिया जाता हैं, आपको इंटर्नशिप (internship) भी करना होता है, एवं आपका इंटरनल असेसमेंट भी होता है.
Medical Lab Technician Kaise Bane?
Medical lab technician बनने के लिए आपको मेडिकल लैब टेक्नीशियन (MLT) कोर्स करना होगा. ये कोर्स आप 10वीं के बाद, 12वीं के बाद और ग्रेजुएशन के बाद भी कर सकते हैं.
MLT कोर्स करने के बाद आपको किसी पैथोलॉजी में इंटर्नशिप करनी होगी. इंटर्नशिप करने से आपको लैब टेक्नीशियन के काम के बारे में मालूम हो जाएगा की लैब टेक्नीशियन के तौर पर क्या-क्या काम करना होता है.
इंटर्नशिप करने के बाद आप किसी भी अस्पताल, पैथोलॉजी, आदि में लैब टेक्नीशियन के तौर पर काम कर सकते हैं.
मेडिकल लैब टेक्नीशियन बनने के बाद आपको शरीर के आवश्यक पदार्थ जैसे फ्लूड, उत्तक (tissue), ब्लड, स्किन वायरस, यूरीन इन्फेक्शन, बैक्टीरियल इन्फेक्शन, आदि का विश्लेषण करना होता है.
10वीं के बाद मेडिकल लैब टेक्नीशियन कोर्स
10th के बाद मेडिकल लैब टेक्नीशियन में सर्टिफिकेट कोर्स और डिप्लोमा कोर्स दोनों मौजूद हैं. हालांकि बहुत ही कम कॉलेज 10वीं के बाद डिप्लोमा कोर्स ऑफर करते हैं.
10वीं के बाद मेडिकल लैब टेक्नीशियन में प्रमुख सर्टिफिकेट कोर्स निम्नलिखित हैं :
- सर्टिफिकेट इन रेडियोलॉजी असिस्टेंट
- सर्टिफिकेट इन मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी
- ECG असिस्टेंट
- मेडिकल लेबोरेटरी असिस्टेंट
- सर्टिफिकेट इन लेबोरेटरी टेक्नीक्स
- सर्टिफिकेट इन मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी
- सर्टिफिकेट इन अनेस्थेसीआ टेक्नीशियन
- सर्टिफिकेट इन CT स्कैन टेक्नीशियन
- सर्टिफिकेट इन MRI टेक्नीशियन
- सर्टिफिकेट इन एक्स-रे टेक्नीशियन
- सर्टिफिकेट इन डेंटल मशीन टेक्नीशियन
सर्टिफिकेट कोर्स को CMLT भी कहा जाता हैं.
CMLT का फुल फॉर्म Certificate in Medical Lab Technology होता है.
इस कोर्स की अवधि (duration) 6 महीने से 1 साल तक की होती हैं.
एडमिशन प्रक्रिया की बात करें तो सर्टिफिकेट कोर्स में मुख्यत: मेरिट के आधार पर एडमिशन मिलता हैं. वहीं कुछ कॉलेज बिना किसी मेरिट के डायरेक्ट एडमिशन भी देते हैं.
हालांकि सर्टिफिकेट कोर्स की ज्यादा वैल्यू नहीं होती है और न ही इस कोर्स के बाद ज्यादा सैलरी मिलती हैं. फिर भी अगर आप 10वीं के बाद कोई शॉर्ट टर्म कोर्स ढूंढ रहे हैं तो ये एक अच्छा कोर्स हैं.
12वीं के बाद मेडिकल लैब टेक्नीशियन कोर्स
12वीं के बाद आप डिप्लोमा एवं डिग्री दोनों तरह के कोर्स कर सकते हैं.
12th के बाद मेडिकल लैब टेक्नीशियन में प्रमुख डिप्लोमा कोर्स निम्नलिखित हैं :
- डिप्लोमा इन एक्स-रे एंड ECG टेक्नोलॉजी
- डिप्लोमा इन मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी
- डिप्लोमा इन क्लिनिकल एनालिसिस
- डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी असिस्टेंट
- डिप्लोमा इन मेडिकल इमेजिंग टेक्नोलॉजी
- डिप्लोमा इन रेडियोग्राफी टेक्नोलॉजी
- डिप्लोमा इन CVT टेक्नीशियन
- डिप्लोमा इन ऑपरेशन थियेटर टेक्नोलॉजी
- डिप्लोमा इन कार्डियोवैस्कुलर टेक्नीशियन
- डिप्लोमा इन मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी
- डिप्लोमा इन EEG लेबोरेटरी टेक्नीशियन
- डिप्लोमा इन क्लिनिकल लेबोरेटरी टेक्नीशियन
डिप्लोमा कोर्स को DMLT भी कहा जाता हैं.
DMLT का फुल फॉर्म Diploma in Medical Lab Technician होता है.
इस कोर्स की अवधि 2 साल की होती हैं, जिसमें 6 महीने का इंटर्नशिप होता है.
12वीं के बाद मेडिकल लैब टेक्नीशियन में डिग्री कोर्स
12th के बाद मेडिकल लैब टेक्नीशियन में 3 साल का डिग्री कोर्स होता है. इसके बाद 6 महीने की ट्रेनिंग भी होती है. इसे BMLT भी कहा जाता है.
BMLT का फुल फॉर्म Bachelor of Medical Lab Technology होता है.
12वीं के बाद MLT में प्रमुख डिग्री कोर्स निम्नलिखित है :
- बीएससी इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी
- बीएससी इन मेडिकल इमेजिंग टेक्नोलॉजी
- बीएससी इन क्लिनिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी
- बैचलर ऑफ मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी
- बीएससी इन एक्स-रे टेक्नोलॉजी
- बीएससी इन ECG एंड कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजी
डिग्री कोर्स में मुख्यत: दो तरह से एडमिशन होता है.
- प्रवेश परीक्षा के आधार पर (Entrance-Based)
- मेरिट के आधार पर (Merit-Based)
हालांकि कुछ कॉलेज डिग्री कोर्स में डायरेक्ट एडमिशन भी लेते हैं. इसलिए किसी भी कॉलेज में दाखिला लेने से पहले उसकी एडमिशन प्रक्रिया के बारे में अच्छे से मालूम कर लें.
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पोस्टग्रेजुएट लैब टेक्नीशियन कोर्स
ग्रेजुएशन के बाद मेडिकल लैब टेक्नीशियन में 2 साल का पोस्टग्रेजुएट कोर्स होता है एवं 1 साल का पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स होता है.
प्रमुख पोस्टग्रेजुएट (PG) एवं पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा Lab Technician Course निम्नलिखित हैं :
कोर्स का नाम | अवधि |
एमएससी इन मेडिकल लेबोरेटरी | 2 वर्ष |
एमएससी इन मेडिकल इमेजिंग टेक्नोलॉजी | 2 वर्ष |
एमएससी इन एक्स-रे टेक्नोलॉजी | 2 वर्ष |
एमएससी इन ECG एंड CVT | 2 वर्ष |
मास्टर ऑफ मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी | 2 वर्ष |
पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा इन MLT | 1 वर्ष |
पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा इन लेबोरेटरी सर्विसेज इन साइंस | 1 वर्ष |
पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा इन बायोमेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी | 1 वर्ष |
पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा इन क्लिनिकल, जेनेटिक्स एंड मेडिकल लेबोरेटरीज | 1 वर्ष |
लैब टेक्नीशियन कोर्स के लिए पात्रता
सर्टिफिकेट (CMLT) कोर्स के लिए आपका 10वीं पास होना अनिवार्य है.
डिप्लोमा (DMLT) कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपका 12वीं (10+2) पास होना जरूरी है.
मेडिकल लैब टेक्नीशियन के अंडरग्रेजुएट (BMLT) कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपका 12वीं साइंस स्ट्रीम (PCB) से न्यूनतम पचास प्रतिशत (50%) अंक के साथ पास होना अनिवार्य है.
पोस्टग्रेजुएट मेडिकल लैब टेक्नीशियन कोर्स के लिए आपका स्नातक (graduation) में कम से कम 50% से 60% अंक होना चाहिए.
Lab Technician Course के लिए टॉप कॉलेज
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेज, लखनऊ
- AIIMS Delhi
- जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी
- एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंसेज
- अल शिफा कॉलेज ऑफ पैरामेडिकल साइंसेज
- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी
- केरला यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज
- गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, अमृतसर
- बैंगलोर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट
- जामिया मिल्लिया इस्लामिया
Lab Technician Course के बाद करियर विकल्प
मेडिकल लैब टेक्नीशियन (MLT) कोर्स के बाद जल्दी नौकरी पाने के लिए आप All India Medical Laboratory Technologists Association या नेशनल एक्रेडिटिंग एजेंसी फॉर क्लिनिकल लेबोरेटरी साइंसेज (NAACLS) में रजिस्टर होकर सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकते हैं.
NAACLS एक अंतरराष्ट्रीय निकाय (international body) है जो एमएलटी के विद्यार्थियों और संस्थानों को मान्यता प्रदान करते हैं. अन्य संस्थानों के सर्टिफिकेट की तुलना में इसके सर्टिफिकेशन की ज्यादा अहमियत होती हैं.
इसलिए जिस अभ्यर्थियों के पास इसका (NAACLS) सर्टिफिकेट होता है उनको अन्य अभ्यर्थियों की तुलना में रिक्रूटिंग कम्पनीयों द्वारा प्राथमिकता दिया जाता हैं.
लैब टेक्नीशियन कोर्स करने के बाद आप निम्नलिखित क्षेत्रों में नौकरी पा सकते हैं :
- अस्पताल (सरकारी एवं प्राइवेट)
- पैथोलॉजी
- क्लीनिक
- लेबोरेटरीज
- अनुसंधान केन्द्र (research centres)
- यूनिवर्सिटीज
- रक्त दान केंद्र (blood donation centers)
- फार्मास्यूटिकल कंपनियां
- क्राइम इंवेस्टीगेटिंग लेबोरेटरीज
- हेल्थ इंस्टीट्यूशन
MLT कोर्स करने के बाद आपकी निम्नलिखित जॉब प्रोफाइल होती हैं :
- लैब टेक्नीशियन
- ट्रेनर
- लैब असिस्टेंट
- लैब कंसल्टेंट
- लैब सुपरवाइजर
- लेबोरेटरी इन-चार्ज
- लेबोरेटरी इनफॉर्मेशन सिस्टम एनालिस्ट
- डिप्टी क्वालिटी मैनेजर
- असिस्टेंट प्रोफेसर
- मेडिकल लेबोरेटरी साइंटिस्ट
लैब तकनीशियन सैलरी
मेडिकल लैब टेक्नीशियन की सैलरी मुख्यत: 12 हजार से 14 हजार ₹ प्रति महीना होता है. यह शुरुआती सैलरी है जो कई चीजों पर निर्भर करता है. जैसे कि आपकी जॉब प्रोफाइल पर, आप जिस संस्था में काम करते हैं उसपर, आपके हुनर और योग्यता पर, आदि.
आपका अनुभव बढ़ने के साथ-साथ आपकी सैलरी भी बढ़ती रहती हैं. आप कुछ साल के अनुभव के बाद विदेश भी जा सकते हैं. वहां आपको और भी ज्यादा सैलरी मिलेगी.
नौकरी के अलावा आप अपना पैथोलॉजी भी खोल सकते हैं. लेकिन उसके लिए आपको एक मान्यता प्राप्त पैथोलॉजिस्ट भी रखना होगा. क्योंकि जो पैथोलॉजी रजिस्टर्ड होती हैं वह एक पैथोलॉजिस्ट के अंडर में ही रजिस्टर्ड होती हैं.
अगर आपके पास इतना पैसा नहीं है कि आप अपना पैथोलॉजी खोल सकें तो आप किसी बड़ी पैथोलॉजी कंपनियों की फ्रेंचाइजी लेकर ब्लड कलेक्शन सेंटर खोल सकते हैं.
Dr Lal Path Labs, Path Kind, थायरोकेयर, आदि कुछ बड़ी पैथोलॉजी कंपनियां हैं जो अपनी फ्रेंचाइजी देती हैं.
उम्मीद है कि इस पोस्ट में आपको Lab Technician Course Kya hai? मालूम हो गया होगा. अगर इससे जुड़ा कोई प्रश्न हैं तो कमेंट में जरूर पूछें और इस पोस्ट को जो लैब टेक्नीशियन बनना चाहते हैं उनको शेयर करें.
लैब टेक्नीशियन कोर्स से संबंधित प्रश्न (FAQs)
लैब तकनीशियन कोर्स की फीस कितनी है?
लैब तकनीशियन कोर्स की फीस सरकारी कॉलेज में मुख्यत: 15 से 20 हजार ₹ प्रति वर्ष होता है, वहीं प्राइवेट कॉलेज की फीस 60 से 80 हजार ₹ प्रति वर्ष होता है.
लैब टेक्नीशियन कोर्स कितने साल का होता है?
MLT में सर्टिफिकेट कोर्स 6 महीने से 1 साल तक का होता है, डिप्लोमा कोर्स 2 साल का होता है एवं डिग्री कोर्स 3 साल का होता है.
डीएमएलटी के बाद कौन सा कोर्स करें?
डीएमएलटी के बाद आप बीएमएलटी (बैचलर ऑफ मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी) कर सकते हैं या MLT से जुड़ा कोई बीएससी कोर्स कर सकते हैं.
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