विद्यार्थी तनाव से कैसे बचें? Stress से बचने के लिए 10 टिप्स

कोविड-19 यानी कोरोना वायरस को अधिक फैलने से रोकने के लिए लगाया गया लॉकडाउन, अब लोगों के तनाव (stress) का कारण बन रहा है। इस लॉकडाउन में विद्यार्थी भी तनाव ग्रस्त हैं। विद्यार्थी खुद को तनाव से बचाने के लिए कई सारे उपाय कर रहे हैं।

Mind (लंदन की एक संस्था) के रिपोर्ट के अनुसार 73% विद्यार्थी अपने मानसिक स्वास्थ्य से पीड़ित हैं

कई लोग इस लॉकडाउन में भी अपना संतुलन बनाए हुए है और अनुशासित जीवन जी रहे हैं, तो वहीं कई लोग इस लॉकडाउन में अपना संतुलन खो रहे हैं। वे तनाव, अवसाद (depression), आदि का शिकार हो रहे हैं, जिसका असर उनके शारीरिक स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है।

ये महामारी एक अनिश्चितता (uncertainity) हैं, जो सबको परेशान की हुई हैं। इन सब में विद्यार्थी भी बहुत परेशान हैं। उनको चिंता है कि पता नहीं स्कूल/कॉलेज कब खुलेगा? टेक्निकल कोर्स करने वाले विद्यार्थी को अपना प्रैक्टिकल ना होने का दुख है। जिनका इस साल इंटर्नशिप या ट्रेनिंग होना हैं, वो इस चिंता में है कि उसका इंटर्नशिप या ट्रेनिंग कैसे होगा? फाइनल ईयर वाले विद्यार्थी को अपने प्लेसमेंट की चिंता है।

सभी की चिंता जायज है। पर क्या सिर्फ चिंता करने से समस्या दूर (या कम) हो जायेगी?

बिल्कुल नहीं!

अत्यधिक चिंता करने से आप तनाव, अवसाद आदि से ग्रस्त हो सकते हैं।

इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको लॉकडाउन में तनाव से बचने के 10 टिप्स बता रहे हैं, जिसे अपना कर आप या कोई भी विद्यार्थी इस लॉकडाउन में अपने आप को तनाव से बचा सकते है या अपना तनाव कम कर सकते है।

विद्यार्थियों के लिए तनाव से बचने के लिए 10 टिप्स

Student stress se kaise bache
Overcome Stress

1. ये वक्त भी गुजर जाएगा

यकीनन ये मुश्किल वक्त है। पर क्या ये हमेशा रहेगा?

नहीं!

इससे पहले भी कई सारी महामारी (pandemic) आई और चली गई, ये भी चली जायेगी। हम – आप शायद पहली बार महामारी देख रहे हैं, पर ये पहली बार नहीं है।

आप अपने से बड़े-बूढ़े जैसे दादा-दादी, नाना-नानी से पूछ कर देखें वो आपको बताएंगे के इससे पहले भी कई महामारी आई थी। जैसे फ्लू , स्मॉल पॉक्स, स्वाइन फ्लू , कॉलरा (cholera), आदि। उसमें भी जानें गई थी पर आखिरकार वो सारी महामारी चली गई।

आप अपने आप से कहें और अपने आप को समझाएं के ‘ये वक्त भी गुजर जाएगा’ और धीरे-धीरे सभी चीज सामान्य हो जाएगी। इसकी वैक्सीन बन चुकी है और अगर सही से वैक्सीनेशन हुई तो ये बीमारी जल्द ही खत्म हो जायेगी। इस तरह आप अपने आप को बहुत हद तक तनाव से बचा पाएंगे।

खुद को प्रेरित करने के लिए आप मोटिवेशनल कोट्स पढ़ सकते हैं।

2. दिनचर्या (Daily Routine) बनाएं

ये वक्त भी गुजर ही जाएगा। पर क्या सिर्फ वक्त ही गुजारना है? पढ़ाई-लिखाई नही करना है? कोई काम-धाम नही है? यकीनन है तो फिर आप वो कैसे करेंगे?

कहीं आप ये तो नहीं सोच रहे हैं की लॉकडाउन हैं, पूरा दिन घर पर ही रहना है। जब मन होगा पढ़ लेंगे, काम करने का मन होगा काम कर लेंगे। तो फिर ऐसे आप कुछ भी सही से नहीं कर पाएंगे। कुछ काम होगा, कुछ नहीं होगा और जो काम होगा, वो भी सही से होना मुश्किल है। ये अनियमित रूप से किया हुआ काम आपके तनाव का एक कारण बनता है।

इस तनाव से बचने के लिए आप एक दिनचर्या बना लें और उसी के अनुसार अपना सारा काम करें। इस दिनचर्या में अपने सभी काम का समय फिक्स कर दें जैसे सोने का समय, जागने का समय, खाने का समय, पढ़ने का समय, अन्य काम और मौज-मस्ती या खेलने का समय।

ये भी पढ़े > विद्यार्थी जीवन की 5 मुख्य समस्या और उनका समाधान

दिनचर्या बनाने से और उसके अनुसार अपना काम करने से, विद्यार्थी अपने आप को तनाव से बचा सकते हैं।

जरूरी नहीं कि आप पहले दिन से ही पूरी तरह से दिनचर्या को फॉलो कर पाएंगे। उसमें थोड़ी कमी-बेसी होगी ही, उससे निराश न हो और ज्यादा से ज्यादा अपने दिनचर्या को फॉलो करने का प्रयास करें।

3. व्यायाम (Exercise) करें

व्यायाम आपको शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से फिट रखता है। व्यायाम के साथ-साथ आप योगा भी कर सकते हैं ये खासतौर पर आपको तनाव से उबरने में मदद करेगा।

जरूरी नहीं के आपको कठिन व्यायाम, जो जिम में कराया जाता है वह आता हो। आप हल्का-फुल्का व्यायाम जैसे टहलना, दौड़ना, स्ट्रेचिंग आदि कर सकते हैं।

आप अगर व्यायाम या योगा सीखना चाहते हैं तो ये काफी अच्छा समय है सीखने का। अगर आपके घर के किसी सदस्य को व्यायाम या योगा आता है तो आप उनसे सीख सकते हैं या आप ऑनलाइन सिख सकते हैं।

व्यायाम और योगा के अलावा आप अपने बाग-बगीचे में टहल सकते हैं, अगर बाग-बगीचा नहीं है तो ऐसे ही किसी हवादार जगह पर जाकर खुली हवा में सांस लें। कुछ देर सुबह की धूप में बैठें, इससे आप अच्छा महसूस करेंगे और ये आपके सेहत के लिए भी अच्छा है।

4. न्यूज थोड़ा कम ही देखें

कोविड-19 और लॉकडाउन से जुड़ी सही जानकारी आपको होना बहुत जरूरी है। पर इसके लिए सारा दिन न्यूज देखने की जरूरत नहीं है। आपको कोविड-19 से जुड़ी सही जानकारी WHO के वेबसाइट और भारत सरकार के स्वास्थ एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के पोर्टल पर मिल जाएगी। आप सिर्फ उसे ही पालन करें।

भ्रामक न्यूज, फेक न्यूज और फालतू के बहस (debate) करने वाले न्यूज चैनल से दूर रहें। कोई भी न्यूज सिर्फ विश्वशनीय स्रोत से ही पढ़े, सुने या देखें।

व्हाट्सएप फॉरवर्ड और सोशल मीडिया में से मिली हुई जानकारी पर पूरी तरह से विश्वाश न करें। इस तरह से मिली हुई जानकारी को एक बार गूगल पर सर्च करके देखें की इसका स्रोत क्या है।

फैक्ट चेकिंग वेबसाइट पर विजिट कर आप देख सकते हैं कि कौन-कौन से वायरल पोस्ट है और उनमें कितनी सही है।

कुछ प्रसिद्ध फैक्ट चेकिंग वेबसाईट है :

  • Alt News (altnews.in)
  • Boom (boomlive.in)
  • Snopes (snopes.com)
  • THIP Media (thip.media)
  • The Logical Indian (thelogicalindian.com)

सारे दिन न्यूज देखने से पूरे दिन आपके दिमाग में सिर्फ कोरोना, लॉकडाउन, मौत, बीमारी, आदि ही चलता रहेगा और आप अपने आप को तनाव ग्रस्त महसूस करेंगे।

5. एक दूसरे को समझने का प्रयास करें

अभी सभी लोग माता-पिता, भाई-बहन पूरा समय घर में ही रह रहें है। अगर किसी की ज्वाइंट फैमिली है तो और भी ज्यादा लोग एक साथ रह रहें हैं। ऐसे में नोक-झोंक होना स्वाभाविक है। पर इसे झगड़ा न बनने दें।

सभी लोग परेशान हैं किसी का काम बंद है, किसी की पढ़ाई बंद है, किसी का खेल-कूद बंद है तो वही किसी का काम बढ़ गया है। ऐसे में अपनी परेशानी से परेशान होकर अपना गुस्सा दूसरों पर न निकालें।

आपको अगर किसी की कोई आदत या कोई काम आपको पसंद नहीं आ रहा है और आप चाहते है कि उसमें सुधार हो, तो आप उन्हें अकेले में अच्छे से समझाएं, और उससे तुरंत सुधरने की उम्मीद न रखें। उसे भी एडजस्ट होने में थोड़ा समय लगेगा।

6. लोगों से जुड़े

“मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है”

~अरस्तु

आदमी समाज में रहता है, बड़ा होता है और बहुत कुछ अपने समाज में रहकर सीखता है। लॉकडाउन की वजह से सभी लोग समाज से कटकर अपने-अपने घरों में कैद हैं।

यहां पर लोगों से जुड़ने का ये मतलब बिल्कुल भी नही है कि आप लॉकडाउन के नियमों का उलंघन कर, भीड़ लगाकर लोगों से मिले। बल्कि लोगों से जुड़ने का यहां पर ये मतलब है कि आप लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए लोगों से जुड़े जैसे की आप अपने बालकनी में खड़े होकर दूसरे बालकनी वाले से बात कर सकते हैं या अपने छत पर से दूसरे छत पर मौजूद लोगों से बात कर सकते हैं।

फोन के माध्यम से आप दूर के लोगों के साथ भी जुड़ सकते हैं। चाहे वो फोन कॉल के जरिए हो, मैसेज के जरिए हो, या वीडियो कॉल के जरिए हो। आप वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक साथ कई लोगों से वीडियो कॉल कर सकते हैं।

आपके पास अगर कोई समस्या है तो इसे अपने माता-पिता या अन्य परिवार वालों के साथ जरूर साझा करें। ऐसा करने से दो बातें होगी, पहला आपके समस्या का समाधान निकल जाएगा, दूसरा अगर समाधान नहीं भी निकला तो अपनी समस्या बोल देने से आपका मन हल्का हो जाएगा।

आप अगर मानसिक समस्या से परेशान हैं तो, आप ऑनलाइन मनोवैज्ञानिक (psychologist) से सलाह (consult) ले सकते हैं। कई सारी वेबसाइट है जहां आपको ऑनलाइन मनोवैज्ञानिक मिल जाएंगे।

मनोवैज्ञानिक से ऑनलाइन काउंसलिंग के लिए आप निम्नलिखित वेबसाइट विजिट कर सकते है :

  • ePsyclinic (epsyclinic.com)
  • Your Dost (yourdost.com)
  • My Fit Brain (myfitbrain.in)
  • Hope Network (hopenetwork.in)
  • Mind Frames (mindframes.co.in)

आपको अगर ये समझ में नहीं आ रहा है कि कौन सा करियर चुने तो आप ऑनलाइन ही घर बैठे करियर काउंसलर से अपना करियर काउंसलिंग करा सकते हैं।

ये भी पढ़े > करियर कैसे चुनें? 6 आसान तरीके करियर चुनने के

कुछ प्रसिद्ध ऑनलाइन करियर काउंसलिंग वेबसाइट है:

  • Mindler (mindler.com)
  • Univariety (univariety.com)
  • Career Guide (careerguide.com)
  • Map My Talent (mapmytalent.in)
  • iDreamCareer (idreamcareer.com)

7. मजे करें

जाहिर सी बात है, बाकी लोगों की तरह आप भी इस लॉकडाउन में बोर तो होते ही होंगे। तो इस बोरिंग टाइम को इंटरेस्टिंग बनाने के लिए आप घर पर ही कोई गेम खेल सकते है।

लॉकडाउन में अगर सबसे ज्यादा कोई गेम चर्चित हुआ है तो वह है लूडो। आप अपने परिवार वालों के साथ लूडो, कैरम या अन्य कोई घर में बैठ कर खेलने वाला गेम खेल सकते हैं।

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Anime

आप अगर अपने दोस्तों के साथ गेम खेलना चाहते है तो ऑनलाइन कई सारे गेम उपलब्ध है, जिसमें आप दोस्तों के साथ बात करते हुए गेम खेलने का आनंद ले सकते है।

गेम खेलने के अलावा आप अपने परिवार के साथ बैठकर कहानी सुनने-सुनाने का, पहेली सुलझाने का कार्यक्रम कर सकते हैं। जिससे आपका तनाव मुक्त और अच्छे से समय बीतेगा।

8. कुछ रचनात्मक करें

आपका अगर कभी कुछ रचनात्मक करने का मन था, पर समय के अभाव के कारण नहीं कर पाएं, तो ये काफी सही समय है, उस रचनात्मक काम को करने का।

ये रचनात्मक कार्य कुछ भी हो सकता है, चाहे वह बागवानी करना हो या पुरानी चीजों को पुनः इस्तेमाल करके कुछ नया बनाना हो।

आप अगर टेक्निकल कोर्स के स्टूडेंट है तो कोशिश करें के अपने ज्ञान और मौजूद संसाधनों से कुछ उपयोगी चीज बना पाएं। विद्यार्थियों के लिए कई सारी उपयोगी वेबसाइट है जहां से आपको अपने प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए बहुत सी जानकारी मिल जाएगी।

अगर आप कोई रचनात्मक कार्य सीखना चाहते हैं तो यूट्यूब से सीख सकते हैं। यूट्यूब पर कई सारे प्रसिद्ध चैनल है जो इस तरह की चीजें सिखाते हैं। जिनमें ‘5-Minute Crafts’ सबसे प्रसिद्ध चैनल है।

रचनात्मक कार्य करने से आपको आत्म संतुष्टि मिलती है और आपका तनाव कम होता है।

9. नशे से दूर रहें

नशा करने से किसका भला हुआ है जो आपका हो जाएगा। नशा करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता (immune system) कमजोर हो जाती है। जिसके कारण किसी भी बीमारी के होने की संभावना बहुत बढ़ जाती है और उस बीमारी से ठीक होने में बहुत समय लगता है।

खासकर कोरोना वायरस में रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होना बहुत जरूरी है। क्योंकि वैक्सीन अभी सबको लगी नही है और सबको लगने में अभी कुछ और समय लगेगा। तब तक आप WHO के गाइडलाइन को फॉलो कर और अपने रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर इस बीमारी से बच सकते हैं।

कुछ लोग तर्क देते है कि नशा करने से तनाव दूर होता है, पर ऐसा नहीं है। नशा करने से आपका मस्तिष्क सिर्फ कुछ देर के लिए तनाव और तनाव के साथ-साथ और भी बहुत कुछ भूल जाता है। पर नशा टूटने के बाद तनाव रहती ही है। बल्कि कई बार ये और बढ़ जाती है।

10. ऑनलाइन कमाई कर सकते है

लॉकडॉउन में अगर आप और आपका परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं तो आप ऑनलाइन कमाई की तरफ जा सकते है।

आपका अगर पहले से कोई फैमिली बिजनेस है तो, उसे ऑनलाइन लाने की कोशिश करें। आप अगर घर में कुछ बना सकते है तो, उसे बनाए और ऑनलाइन बेचने की कोशिश करें।

इन सबके अलावा ऑनलाइन कमाई के और भी कई सारे तरीके जिनमें प्रमुख हैं:

ऑनलाइन कमाई में आपको धैर्य रखने की बहुत जरूरत है। ऐसा नहीं है की आप तुरंत कामयाब हो जाएंगे, रातो-रात अमीर बन जाएंगे। वक्त लगेगा। लेकिन आपका अभी शुरुआत कर देना एक अच्छा कदम हो सकता है, क्योंकि किसी को नही पता के ये लॉकडाउन कितना लंबा चलेगा।

निष्कर्ष

भागती – दौड़ती जिंदगी में अचानक लगे इस ब्रेक से सब ही परेशान हैं। लॉकडाउन का विद्यार्थी जीवन पर भी बहुत असर पड़ा है। उनकी पढ़ाई – लिखाई लगभग बंद हो चुकी है, वो अब दोस्तों से नही मिल पा रहे हैं, बाहर खेलने नही जा पा रहे है। उन्हें अपने करियर की और भविष्य की चिंता हो रही है। ऐसे में तनाव होना स्वाभाविक है, पर इस तनाव को अपने ऊपर हावी न होने दें।

जब हालात को बदलना आपके हाथ में नही हो तो, आप पर जिम्मेदारी होती है कि आप अपने आप को बदलें। कई सारे काम है जिसे आप करके इस लॉकडाउन में तनाव से बच सकते हैं।

इस ब्लॉग पोस्ट में विद्यार्थियों को तनाव से बचने के 10 उपाय बताए गए हैं। अगर आप को कोई और उपाय पता हो तो कमेंट में जरूर बताएं।

परीक्षा के दौरान डर और तनाव से कैसे बचें?

परीक्षा के दौरान डर और तनाव से बचने का सबसे बढ़िया उपाय ये है की जिस प्रश्न का उत्तर आपको अच्छे से मालूम है, उसे पहले हल कर लें. इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और डर एवं तनाव कुछ कम होगा.

इसके अलावा परीक्षा भवन में अपने साथ एक पानी का बोतल में भी ले कर जाएं और जब भी ज्यादा चिंता हो तो थोड़ा पानी पी लिया करें.

पढ़ाई का तनाव कैसे दूर करें?

पढ़ाई का तनाव दूर करने के लिए योजना यानी टाइम टेबल बना कर पढ़ें, नियमित रूप से व्यायाम करें, अच्छी नींद लें, पोषक आहार खाएं, खूब पानी पिएं, लोगों से बात चीत करें एवं शाम में थोड़ा खेल लिया करें.

छात्रों में तनाव के कारण क्या हैं?

छात्रों में तनाव का मुख्य कारण परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने की चिंता होती है.

इसके अलावा कुछ छात्र खराब दोस्त, घर की खराब आर्थिक स्थिति, विद्यालयों में होने वाले भेदभाव के कारण भी तनावग्रस्त हो जाते है.

हाई स्कूल के छात्र इतने तनाव में क्यों होते हैं?

हाई स्कूल के छात्र मुख्यता अच्छे कॉलेज के चयन को लेकर चिंतित रहते है.

तो वहीं किसी को 10वीं के बाद स्ट्रीम चुनने को लेकर चिंता रहती है की वें 12वीं में साइंस लें या कॉमर्स या आर्ट्स.

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