बीपीएससी में निबंध एवं उत्तर कैसे लिखें [BPSC Mains Answer Writing]

चाहे आप 10वीं/12वीं का बोर्ड एग्जाम दे रहे हो या UPSC, BPSC जैसी सिविल सेवा परीक्षा इन सब परीक्षाओं में अच्छे से कॉपी यानी उत्तर लिखना बहुत महत्वपूर्ण होता है. तो आइए विस्तार से BPSC Mains Answer Writing in Hindi जानते हैं. 

अब 70वीं बीपीएससी के मुख्य परीक्षा को सिर्फ कुछ दिन बचे रह गए हैं. आपको जो बीपीएससी की तैयारी करनी थी वह आप कर चुके हैं. अब आप को सबसे ज्यादा ध्यान इस पर देना है कि भी बीपीएससी मुख्य परीक्षा में उत्तर कैसे लिखें कि ज्यादा से ज्यादा अंक हम अर्जित कर पाए. 

इस पोस्ट में हम लोग BPSC Answer Writing जानेंगे. जिसके अंतर्गत बीपीएससी मैंस आंसर राइटिंग के चरण, बीपीएससी के मुख्य परीक्षा में अच्छा उत्तर लिखने के लिए टिप्स, आदि जानेंगे. अंत में इससे जुड़े कुछ FAQs भी देखेंगे तो इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ें.

BPSC Mains Answer Writing in Hindi के चरण 

किसी भी काम को छोटे-छोटे चरणों में बांटकर चरणबद्ध तरीके से करने से वह काम बहुत ही आसान हो जाता है एवं उसका परिणाम भी अच्छा मिलता है. यही नियम किसी भी सिविल सेवा परीक्षा के मुख्य पेपर के उत्तर लिखने में भी काम आता है.

BPSC Mains Answer Writing in Hindi
BPSC Mains Answer Writing

हम अपनी आसानी के लिए भी बीपीएससी मुख्य परीक्षा के उत्तर लेखन की पूरी प्रक्रिया को 5 चरणों में बांट सकते हैं. ये पांचो चरण निम्नलिखित है: 

  1. प्रश्न को अच्छे से पढ़े 
  2. पता करें कि प्रश्न में आपसे क्या पूछा जा रहा है 
  3. उत्तर की रूपरेखा तैयार करें 
  4. उत्तर लिखना शुरू करें 
  5. लिखने के बाद उत्तर की समीक्षा करें

आइए अब इन चरणों के बारे में एक-एक करके विस्तार से जानते है.

प्रश्न को अच्छे से पढ़ें 

जब तक आप प्रश्न को अच्छे से पढ़ेंगे नहीं, समझेंगे नहीं तो उसका उत्तर कैसे देंगे? तो बीपीएससी मुख्य परीक्षा में उत्तर लेखन प्रक्रिया का सर्वप्रथम चरण यही है कि आप पहले अच्छे से प्रश्न को पढ़ें एवं समझे. 

अगर आपको एक बार में प्रश्न समझ में नहीं आ रहा है तो उसे दोबारा पढ़ें. कई बार प्रश्न में विद्यमान हिंदी के कुछ शब्दों को समझना मुश्किल हो जाता है, तो इसके लिए उसी प्रश्न को आप अंग्रेजी में पढ़ कर समझ सकते हैं. बीपीएससी में हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषा में प्रश्न रहते हैं.

पता करें की प्रश्न में आपसे क्या पूछा जा रहा है

प्रश्न में आपसे क्या पूछा जा रहा है? यह जानने के लिए प्रश्न के मुख्य कीवर्ड को अंडरलाइन करें एवं प्रश्न के अंत में दिए गए शब्द पर गौर करें. कई बार एक ही प्रश्न में कई उप प्रश्न मौजूद रहते हैं, तो उन पर भी नजर रखें.

एक उदाहरण से प्रश्न को अंडरलाइन करना सीखते हैं. जैसे एक प्रश्न है “गांधी को जनता की ताकत और कमजोरी की स्पष्ट समझ थी जिसने उनकी रणनीतियों को किसी भी अन्य राष्ट्रीय नेता की तुलना में अधिक सफल बनाया। स्पष्ट करें।” 

ऊपर दिए गए प्रश्न पर आप गौर करें तो आप पाएंगे कि इसमें 3 मुख्य प्वाइंट है. ‘गांधी’, ‘जनता की ताकत और कमजोरी’ तथा ‘अन्य राष्ट्रीय नेता की तुलना में अधिक सफल बनाया’.

प्रश्न के मुख्य पॉइंट को समझने के बाद इसके अंत में दिए गए शब्दों पर गौर करना होता है. जैसे कि इस प्रश्न के अंत में स्पष्ट करने को कहा गया है.

व्याख्या कीजिए, समीक्षा, वर्णन, विश्लेषण कीजिए, निरीक्षण, आलोचना, स्पष्टीकरण दीजिए, आलोचनात्मक मूल्यांकन, विवेचन कीजिए, प्रकाश डालिए, आदि ही प्रायः प्रश्न के अंत में मौजूद होते हैं.

मुख्यतः प्रश्न के अंत में विवरण/ स्पष्ट कीजिए/ व्याख्या कीजिए/ प्रकाश डालिए होता है. जिसमें अभ्यर्थी को आसान भाषा में प्रश्न से संबंधित जानकारी देनी होती है.

उत्तर की रूपरेखा तैयार करें 

रूपरेखा बनाकर उत्तर लिखने से उसके सटीक होने की संभावना बढ़ जाती है. वरना हो सकता है कि आप भावनाओं में बहकर शब्द सीमा से बहुत ज्यादा लिख दें और ज्यादा समय भी एक ही प्रश्न को दे दें.

इन सबसे बचने के लिए ही उत्तर की रूपरेखा (outline) तैयार करके ही उत्तर लिखा जाता है. रूपरेखा का मतलब होता है कि आप ढांचा तैयार कर लें फिर उसी के अनुसार अपना उत्तर लिखें. 

इसमें प्रश्न को अच्छे से समझने के बाद उत्तर के हेडिंग को स्टेप बाय स्टेप लिखकर उसके अंतर्गत आने वाले मुख्य बिंदु को लिखा जाता है. 

जो इसके अच्छे से अभ्यस्त होते हैं वह तो अपने उत्तर से जुड़े कुछ मुख्य बिंदुओं को लिखकर अपना उत्तर लिखना शुरु कर देते हैं. उससे भी प्रो अभ्यर्थी तो प्रश्न पढ़ते समय ही मन ही मन उत्तर की रूपरेखा तैयार कर लेते हैं.

उत्तर लिखना शुरू करें 

असली काम तो अब है. उत्तर लिखना मुख्यतः भूमिका से शुरू होता है, लेकिन अगर शब्द का अभाव है तो आप बिना ‘भूमिका’ की हेडिंग दिए भी उत्तर का शुरुआती कुछ लाइन ऐसा लिख सकते हैं जो भूमिका की कमी को महसूस ना होने दें.

इसी तरह अंत में निष्कर्ष भी लिखना चाहिए, और भूमिका की तरह निष्कर्ष को भी बहुत ही संक्षिप्त रखना चाहिए. यह तो हुई शुरु और अंत अंत की बात. आइए अब उत्तर के मुख्य भाग (main body) की बात करते हैं.

बहुत ही सरल भाषा में अपना उत्तर लिखना चाहिए एवं जहां पर जरूरत हो वहां पर संस्कृत, उर्दू, फारसी तथा अंग्रेजी के शब्द का भी अपने उत्तर में में इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन उन शब्दों का अनुपात बहुत ही कम होना चाहिए तथा अंग्रेजी के शब्दों को कोस्ठक (bracket) में लिखना चाहिए. 

सिर्फ शब्दों को उत्तर में भरने से उत्तर बोरिंग हो सकता है. इसलिए अच्छी हैंडराइटिंग में शब्दों के अलावा आवश्यकता अनुसार डायग्राम, चित्र, ग्राफ आदि भी बनाए. इससे उत्तर आकर्षक बनता है एवं ऐसे उत्तर में प्राय: अधिक अंक मिलते हैं. 

अब आदमी का अटेंशन स्पेन बहुत ही कम हो गया है इसलिए छोटे छोटे पैराग्राफ में उत्तर लिखें एवं जहां जरूरत हो वहां बिंदु का भी इस्तेमाल करें. पूरा उत्तर लिखते समय प्रमाणिकता तथा प्रवाह बनाए रखें.

लिखने के बाद उत्तर की समीक्षा करें 

वैसे उत्तर आपको पहली बार में ही पूरा सही लिखने का भरपूर प्रयास करना चाहिए. फिर भी पूरा उत्तर लिखने के बाद एक बार उस पर नजर जरूर दौरा लें. 

अपने उत्तर की समीक्षा के दौरान जहां कहीं भी गलती हो उसको सुधार लें. अगर आपको पूरा उत्तर लिखने के बाद याद आता है की इसमें एक डायग्राम/ चित्र/ ग्राफ होना चाहिए तो आप इसे अंत में भी बना सकते हैं. कुछ अंक तो जरूर बढ़ जाएंगे. 

लेकिन गलती को ठीक करने के दौरान थोड़ा सावधानी बरतें. अगर आप बहुत ज्यादा कटिंग करेंगे तो आपका पेपर भद्दा दिखेगा, समय ज्यादा लगेगा और अनावश्यक पेज भर जाएगा. इसलिए जहां पर बहुत ज्यादा जरूरत हो सिर्फ वहीं पर कटिंग करके उसे फिर से लिखें.

उत्तर की समीक्षा करते वक्त आप सबसे आसानी से जो गलती सही कर सकते हैं वह है ‘चिन्हों (punctuation) की गलती’ चिन्ह देखने में तो बहुत छोटा लगता है, परंतु इसका प्रभाव बहुत बड़ा होता है. चिन्हों के न लगाने से या गलत जगह लगाने से अर्थ का अनर्थ हो जाता है.

इसलिए अपने पूरे उत्तर पर एक सरसरी नजर डालें और जहां कहीं भी पूर्ण विराम (।), अर्धविराम (,), प्रश्नवाचक चिन्ह (?) आदि की जरूरत हो वहां वह चिन्ह लगा दे.

बीपीएससी मुख्य परीक्षा में निबंध कैसे लिखें? 

इस बार बीपीएससी के पाठ्यक्रम (syllabus) में निबंध का पेपर नया जुड़ा है, जो कि 300 अंक का होगा. इसलिए इसको थोड़ा गंभीरता से लें. वरना कई अभ्यर्थी निबंध को आसान समझकर निबंध की तैयारी से लापरवाह हो जाते हैं. 

बीपीएससी में निबंध लिखने की शुरुआत आप किसी महापुरुष के कथन, कविता, आप के जीवन से जुड़ी कोई घटना, आदि से कर सकते हैं. पर यह सुनिश्चित करें कि आपने जो भी लिखा हो वह निबंध के विषय से मेल खाता हो. 

इसके मुख्य भाग में अपना ज्ञान उड़ेलने के अलावा श्लोक, लोकोक्ति, मुहावरा, संस्मरण, शायरी, प्रसिद्ध विद्वानों के कथन (Quotes), आदि का भी इस्तेमाल करें. इससे निबंध रोचक बनता है, एवं परीक्षक ऐसे निबंध को पढ़ते वक्त बोर भी नहीं होते हैं. 

निबंध के अंत में निष्कर्ष लिखना चाहिए. निष्कर्ष में आप अपने पूरे निबंध का सार लिख सकते हैं. निबंध अगर किसी समस्या के बारे में है तो आप उसके संभावित समाधान भी बताएं तथा दिए गए विषय पर अपनी राय भी रख सकते हैं. 

एक बात याद रखें कि सिविल सेवा परीक्षा में निबंध लिखवाने का मकसद सिर्फ आपके ज्ञान की परख करना नहीं है होता है, बल्कि इसका मुख्य उद्देश्य आपके व्यक्तित्व की पहचान करना होता है.
इसलिए अपने व्यक्तित्व को निखारने (personality development) का हमेशा प्रयास करते रहें, आशावादी बने एवं समस्या समाधान कौशल (problem solving skills) अपने अंदर विकसित करें. एक सिविल सेवक (जैसे आईएएस, आईपीएस, आदि) के अंदर तो ये सब गुण होना ही चाहिए.

BPSC Mains Answer Writing Kaise Likhe – टिप्स 

BPSC Mains Answer Writing in Hindi के चरण जानने के बाद बीपीएससी मुख्य परीक्षा में अच्छा उत्तर लिखने के लिए कुछ टिप्स जान लेते हैं. 

बीपीएससी मुख्य परीक्षा में अच्छा उत्तर लिखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स निम्नलिखित है: 

  1. अच्छी हैंडराइटिंग में उत्तर लिखें 
  2. छोटे-छोटे पैराग्राफ और आवश्यकतानुसार बिंदु में उत्तर लिखिए 
  3. महत्वपूर्ण कीवर्ड को अंडरलाइन करें 
  4. जहां पर जरूरत हो वहां पर डायग्राम/चित्र/ग्राफ आदि अवश्य बनाएं 
  5. आसान भाषा में उत्तर लिखें 
  6. अपने उत्तर में हिंदी के अलावा अन्य भाषाओं (जैसे उर्दू, अंग्रेजी, आदि) का ज्यादा इस्तेमाल ना करें 
  7. जरूरत पड़ने पर अंग्रेजी के शब्दों को कोष्टक में लिखें 
  8. उत्तर लिखने से पहले आउटलाइन जरूर बनाएं 
  9. प्रश्न के मुख्यता अंतिम शब्द पर ज्यादा ध्यान दें 
  10. शब्द सीमा का ध्यान रखें 
  11. समय प्रबंधन का ख्याल रखें 

सारांश (Summary)

सर्वप्रथम प्रश्न को अच्छे से पढ़ें, उसमें मौजूद महत्वपूर्ण बिंदु को अंडरलाइन करें एवं प्रश्न के अंत में मौजूद शब्द पर अधिक ध्यान दें. उस आखिरी शब्द के अनुसार ही आपके उत्तर की संरचना होनी चाहिए.

एक रूपरेखा तैयार करके अपना उत्तर लिखना शुरू करें अगर आप इसके अभ्यस्त है तो सिर्फ कुछ महत्वपूर्ण बिंदु लिखकर या मन में भी उत्तर की रूपरेखा तैयार कर सकते हैं.

अब अच्छी हैंडराइटिंग में उत्तर लिखना शुरू करें. छोटे-छोटे पैराग्राफ और जहां जरूरत हो वहां बिंदुओ में अपना उत्तर लिखें. आवश्यकता अनुसार डायग्राम, चित्र, ग्राफ आदि भी बनाएं.


उम्मीद है कि आपको ये पोस्ट BPSC Mains Answer Writing in Hindi उपयोगी लगा होगा. अगर आपका इससे जुड़ा कोई प्रश्न हो तो कमेंट में जरूर बताएं एवं कृपया इस पोस्ट को बीपीएससी एस्पिरेंट के साथ शेयर करें.

बीपीएससी मुख्य परीक्षा में उत्तर लिखने से संबंधित प्रश्न (FAQs)

बीपीएससी मेंस के लिए आंसर राइटिंग कैसे शुरू करें?

बीपीएससी मेंस के लिए भूमिका लिखकर आंसर राइटिंग की शुरुआत करें, फिर मुख्य भाग लिखें एवं अंत में निष्कर्ष लिखें.

भूमिका में टू द प्वाइंट बात लिखे जिससे कॉपी चेक करने वाले प्रभावित हो और आपके बारे में अच्छी राय कायम करके आगे का उत्तर देखे.

क्या हम अंग्रेजी में बीपीएससी परीक्षा लिख सकते हैं?

हां, आप अंग्रेजी या हिंदी किसी भी भाषा में बीपीएससी परीक्षा लिख सकते हैं. आप हिंदी में उत्तर लिखते समय भी कुछ अंग्रेजी के शब्द को कोस्ठक में लिख सकते हैं. पर यह ध्यान रहें की उसका अनुपात ज्यादा न हो.

क्या मैं बीपीएससी मेंस में जेल पेन का उपयोग कर सकता हूं?

हां, आप बीपीएससी मुख्य परीक्षा में जेल पेन का उपयोग कर सकते हैं. परंतु ज्यादातर अभ्यर्थी बॉल पेन इस्तेमाल करते हैं. चाहे पेन कोई भी हो बस यह सुनिश्चित करें कि वह सिर्फ काले या नीले रंग का ही हो.

क्या बीपीएससी में निबंध का पेपर होता है?

हां, बीपीएससी में निबंध का एक पेपर होता है, जो कि इसी साल जुड़ा है. अब इसे मिलाकर बीपीएससी मुख्य परीक्षा में कुल 5 पेपर हो गए हैं.

निबंध लिखने की शुरुआत कैसे करें?

निबंध लिखने की शुरुआत आपको किसी प्रसिद्ध व्यक्ति के कथन, अपने जीवन से जुड़ी कोई घटना, कविता, आदि से करना चाहिए.

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