10th Ke Baad Subject Kaise Chune? विषय चुनते समय इन 7 बातों का ध्यान रखें

10वीं की बोर्ड परीक्षा एक जंक्शन की तरह होती है यहां से आपको अपने लिए एक नया रास्ता चुनना होता है, दसवीं के बाद आप जो स्ट्रीम चुनते हैं उसमें आपके पूरे करियर को आकार देने की शक्ति होती है. तो आइए विस्तार से जानते हैं कि 10th ke baad subject kaise chune?

एक महत्वपूर्ण मोड़ (turning point) होने के नाते 10वीं के बाद क्या करें, यह निर्णय लेना हमेशा चुनौती पूर्ण होता है. कुछ विद्यार्थी सही जानकारी न होने के कारण गलत निर्णय लेकर पूरी जिंदगी पछताते रहते हैं.

इस पोस्ट में हम लोग 10वीं के बाद स्ट्रीम चुनते समय ध्यान रखने वाली बातें, उन सभी स्ट्रीम के अंतर्गत मौजूद विषय और करियर विकल्प का विवरण एवं इससे संबंधित कुछ अन्य प्रमुख प्रश्न (FAQs) जानेंगे.

मैट्रिक के बाद अपने लिए कोई भी संकाय (stream) चुनते समय निम्न बातों का ध्यान रखें.

a student sitting at a table with books
Student

1. मौजूद स्ट्रीम और विषय को जानें

कोई भी निर्णय लेने से पहले उससे संबंधित जानकारी होना अति आवश्यक होता है. अगर आपके पास जानकारी ही नहीं होगी तो आप फिर किस आधार पर निर्णय लेंगे. अक्कड़-बक्कड़ करके!

10वीं के बाद मौजूद तीनों स्ट्रीम और उसके अंतर्गत आने वाले प्रमुख विषय की जानकारी नीचे की तालिका (Table) में दी जा रही है.

संकाय (Stream)विषय (Subjects)
साइंस (PCM)फिजिक्स, केमिस्ट्री और गणित
साइंस (PCB)फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी
कॉमर्सएकाउंटेंसी, बिजनेस स्टडीज और इकोनॉमिक्स
आर्ट्सइतिहास, राजनीति शास्त्र एवं भूगोल
Available Stream and Subjects after 10th

साइंस में पीसीएस और पीसीबी के अलावा PCMB भी होता है. इसके अंतर्गत 10वीं के बाद मेडिकल वाले छात्र 12वीं में गणित भी पढ़ सकते हैं यानी कुल मिलाकर उनके पास फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी और गणित सहित चार प्रमुख विषय हो जाते हैं.

इसमें बायोलॉजी और गणित में से जिसमें ज्यादा नंबर आता है वही विद्यार्थी का मुख्य विषय माना जाता है. बजाहिर देखने में तो यह बहुत अच्छा लगता है कि दोनों विषय लेने से आप किस विषय में अच्छे यह पता चल जाएगा. परंतु इसका एक नुकसान (Side effect) भी है.

नुकसान यह है कि एक औसत विद्यार्थी के लिए दोनों विषय एक साथ पढ़ना बहुत मुश्किल है. इसमें बहुत ज्यादा समय और मेहनत लग जाएगा जिससे 12वीं की परीक्षा में आपका प्रदर्शन खराब हो सकता है. परंतु अगर आप 10वीं के बोर्ड टॉपर है तो फिर तो कोई बात ही नहीं आप ये रिस्क ले सकते हैं.

इसके अलावा साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स स्ट्रीम में कुछ वैकल्पिक विषय (optional subjects) भी होते हैं. जिसे लेने पर यह विषय आपके लिए अधिक करियर विकल्प का दरवाजा खोल सकता है. वहीं अगर बिना सोचे समझे इसे चुन लिया तो आप पर पढ़ाई का दबाव बढ़ने के अलावा इसका कोई और फायदा नहीं होगा.

2. अपनी रुचि का ख्याल रखें

करियर हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. हम अपनी जिंदगी का लगभग एक तिहाई (⅓) समय अपने काम (करियर) पर ही बिताते हैं. आपके द्वारा चुनें गए करियर का असर आपके प्रोफेशनल लाइफ के अलावा निजी जिंदगी (personal life) पर भी पड़ता है.

आप अपने करियर में खुश तभी रह सकते हैं जब वो आपकी पसंद का हो. इसके लिए आपको उन विषय को पता लगाना होगा जिन्हें आप अध्ययन करना पसंद करते हैं.

हो सकता है कि आपको गणित हल करने में मजा आता हो, तो वहीं दूसरे को इतिहास, भूगोल, आदि पढ़ने में रुचि हो. तो उसी अनुसार अपनी रुचि को देखते हुए साइंस, कॉमर्स या आर्ट्स में से कोई एक स्ट्रीम चुन सकते हैं.

3. अपनी ताकत को पहचानें

अपनी रुचियों को समझने के साथ-साथ अपनी ताकत (strength) की पहचान करना और उनके बारे में यथार्थवादी (realistic) होना भी महत्वपूर्ण है. हो सकता है कि आपको गणित हल करने में मजा आता है परंतु विज्ञान के अन्य विषय जैसे रसायन शास्त्र, भौतिकी, आदि समझने में दिक्कत आती हो.

ये भी जरूरी नहीं है कि अगर आपको दसवीं का गणित आसान लगता है तो 11वीं और 12वीं का भी आसान ही लगेगा. इन दोनों में बहुत फर्क होता है. मैं भी 10वीं के गणित में बहुत अच्छा था परंतु जब मैंने इंटर में गणित लिया तो वह मुझे बहुत मुश्किल लगा.

इसलिए इंटर के कोई भी विषय को चुनने से पहले उसकी किताब पर एक बार नजर डाल लें और YouTube पर उसके शुरुआती कुछ लेक्चर देखें. आपको अंदाजा हो जाएगा कि वह आपके बस का है कि नहीं.

4. उस स्ट्रीम में करियर विकल्प पता करें

सभी स्ट्रीम में अलग-अलग ढ़ेरों करियर विकल्प हैं. परंतु अपने लिए आप ऐसा स्ट्रीम चुने जो आपके करियर के लक्ष्य को पाने के रास्ते को आसान बनाएं.

जैसे अगर आप डॉक्टर या इंजीनियर बनना चाहते तो आपके विज्ञान लेना होगा, 10वीं के बाद सरकारी नौकरी पाने के इच्छुक विद्यार्थी के लिए आर्ट्स लेना ज्यादा बेहतर है और वहीं जो लोग बिजनेसमैन बनना चाहते हैं वह कॉमर्स ले सकते हैं.

5. अपने सीनियर से सलाह लें

आपसे बड़े जो लोग भी हैं चाहे वो 11वीं या 12वीं का आपका कोई सीनियर, बड़ा भाई/बहन, शिक्षक, माता-पिता या कोई रिश्तेदार हो तो उनसे भी इस बारे में एक बार सलाह जरूर ले लें.

a silhouette of two people sitting on a ledge
Two People

बड़े लोगों के पास आपसे अधिक ज्ञान होने के साथ-साथ अनुभव भी अधिक होता है. वह आपको अपने ज्ञान और अनुभव के आधार पर आपके लिए उपयुक्त स्ट्रीम बता सकते हैं.

सभी से मशविरह (opinion) लें जिससे आपको उस स्ट्रीम के विभिन्न पहलू के बारे में जानकारी मिलेगी, परंतु अंतिम निर्णय खुद सोच-समझ कर लें. किसी की राय को पूरी तरह से अपने ऊपर हावी न होने दें.

6. अपनी करियर काउंसलिंग करवाएं

यदि आप अभी भी अनिश्चित है कि आपको दसवीं के बाद कौन सा स्ट्रीम चुनना चाहिए, तो आप करियर काउंसलिंग करवा सकते हैं. कई स्कूल ये सुविधा अपने यहां प्रदान करती है, परंतु अगर आपके विद्यालय में नहीं है तो आप किसी दूसरे ऑनलाइन या ऑफलाइन करियर काउंसलर से बात कर सकते हैं.

ये करियर काउंसलर विभिन्न पर्सनैलिटी टेस्ट करके और आपसे सवाल पूछ कर आपकी रुचि (interest), ताकत एवं कमजोरीयों का पता लगाते हैं, और फिर उसके अनुसार आपको आपके लिए उपयुक्त स्ट्रीम बताते हैं.

इसके अलावा वे आपको उस स्ट्रीम में मौजूद कोर्स, जॉब मार्केट और उसमें भविष्य की संभावनाओं के बारे में भी विस्तार से बताते हैं. अगर आपको इन सब में कोई कंफ्यूजन हो तो उनसे पूछ कर दूर कर सकते हैं.

विस्तार से पढ़ें > Career kaise chune? 7 आसान तरीके करियर चुनने के

7. अपने बजट का भी ध्यान रखें

कभी-कभी छात्रों के सपने बहुत बड़े होते हैं, वे कुछ बड़ा करना चाहते हैं और उनके पास इस सपने को पूरा करने के लिए जरूरी काबिलियत भी होती है. परंतु फिर वे अपनी आर्थिक स्थिति को देखकर मुरझा जाते हैं.

तो ऐसी स्थिति में आप अपने माता-पिता या अभिभावक के साथ बैठकर अपने बजट का विश्लेषण करें.

हम आपको ये मशविरह नहीं दे रहे हैं कि आप पैसे की परेशानी के वजह से अपना सपना छोड़ दें. बल्कि हम सिर्फ यह कह रहे हैं कि कोई बीच का रास्ता निकालें.

जैसे अगर आप 12वीं में साइंस लेकर पढ़ते हैं तो आपको ट्यूशन फीस ज्यादा लगेगी. तो इसकी भरपाई के लिए आप ऑनलाइन या ऑफलाइन कुछ पार्ट टाइम काम करके अपना ट्यूशन फीस पूरा कर सकते हैं.

इसके अलावा आप ऑफलाइन कोचिंग के बजाय ऑनलाइन कोई सस्ता और अच्छा कोर्स ले सकते हैं या YouTube से मुफ्त में पढ़ सकते हैं और डाउट होने पर अपने स्कूल के शिक्षक या किसी बड़े भैया/दीदी से पूछ सकते हैं.

  • भेड़ चाल चलना: बहुत से विद्यार्थी भीड़ से प्रभावित होकर ऐसा विषय चुन लेते हैं, जिसमें उसकी कोई रुचि ही नहीं होती है और फिर बाद में पछताते रहते हैं.
  • अनावश्यक वैकल्पिक विषय को चुनना: सिर्फ वही वैकल्पिक विषय चुने जो आपको आगे आपके करियर में मदद करें, वरना आप पर पढ़ाई का दबाव बढ़ने के अलावा इसका और कोई फायदा नहीं होगा.
  • मैट्रिक में अच्छा अंक आने पर साइंस लेना: समाज में इस तरह की बात फैली हुई है, परंतु यह सही नहीं है. अगर आप आगे जाकर व्यापार करना चाहते तो उसके लिए कॉमर्स ठीक रहेगा वहीं सरकारी नौकरी पाने के इच्छुक के लिए आर्ट्स स्ट्रीम.
  • सिर्फ इन तीनों स्ट्रीम के तरफ ही देखना: दसवीं के बाद साइंस, कॉमर्स एवं आर्ट्स से पढ़ाई करने के अलावा आप आईटीआई (ITI), डिप्लोमा, पॉलिटेक्निक, पैरामेडिकल, वोकेशनल और शॉर्ट टर्म कोर्स भी कर सकते हैं.
  • आपके स्कूल में जो स्ट्रीम उपलब्ध है सिर्फ वही चुनना: कई बार आपके या आपके नजदीकी स्कूल में वह स्ट्रीम नहीं रहता जो आपको पसंद है. ऐसी स्थिति में अपने सपने से समझौता करने के बजाय आप किसी दूसरे स्कूल में एडमिशन ले लें.
  • ज्यादा करियर स्कोप के चक्कर में साइंस चुनना: साइंस के अलावा जो अन्य दो स्ट्रीम है, कॉमर्स एवं आर्ट्स. उसमें भी बहुत करियर विकल्प है. बस आपको पता करने की जरूरत है.
  • माता-पिता या समाज के दबाव में आकर स्ट्रीम चुनना: माता-पिता या समाज का हमारे ऊपर बहुत एहसान होता है, उनकी इज्जत करनी चाहिए. परंतु जनरेशन गैप होने के कारण वे कई बार नए उभरते हुए करियर विकल्प को नहीं समझ पाते हैं. इसलिए आप जो स्ट्रीम चुनना चाहते हैं उसके बारे में उनको अच्छे से समझाएं और सिर्फ वही चुनें.
  • अपनी कल्पनाओं के आधार पर करियर चुनना: कई बार आप सोशल मीडिया पर या किसी फिल्म में आप आईएएस, आईपीएस (IPS) या किसी बड़े बिजनेसमैन की जिंदगी को देखकर आप भी वही बनना चाहते हैं और फिर उसी अनुसार अपना स्ट्रीम चुनते हैं, किंतु आपको वो बनने में आने वाली चुनौतियों का अंदाजा नहीं होता है. इसलिए जो वो बन चुके हैं उनसे बात करके हकीकत को समझने का प्रयास करें.

जैसा कि आपको पहले ही बताया जा चुका है कि दसवीं के बाद यह तीन स्ट्रीम होते हैं:

  1. साइंस (PCM/PCB)
  2. कॉमर्स
  3. आर्ट्स

आइए अब इन तीनों स्ट्रीम के बारे में बारी-बारी से विस्तार से जानते हैं.

1. साइंस

साइंस स्ट्रीम दसवीं के बाद सबसे लोकप्रिय स्ट्रीम में से एक है और यह उन छात्रों के लिए उपयुक्त है जो इंजीनियरिंग, मेडिसिन या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं.

विज्ञान संकाय दो भागों में बांटा होता है. पहला मेडिकल (PCB) तथा दूसरा नॉन-मेडिकल (PCM). मेडिकल के अंतर्गत फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी प्रमुख विषय के तौर पर होते हैं तो वहीं नॉन-मेडिकल में बायोलॉजी की जगह गणित रहता है.

साइंस स्ट्रीम के इन दोनों भाग के अंतर्गत आने वाले कुछ प्रमुख करियर विकल्प निम्न है.

मेडिकल (PCB)नॉन-मेडिकल (PCM)
मेडिसिनइंजीनियरिंग
नर्सिंगरोबोटिक्स
फिजियोथैरेपिस्टएविएशन
डेंटल सर्जरीआर्किटेक्चर
न्यूट्रीशनिस्टएनवायरमेंटल साइंस
लैब टेक्नीशियन (MLT)सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट
subjects in 12th Science

2. कॉमर्स

कॉमर्स सबसे अंडररेटेड स्ट्रीम है, जिस पर बहुत से लोगों का ध्यान भी नहीं जाता है. वित्त (finance), अकाउंटिंग और व्यवसाय से संबंधित विषय में रुचि रखने वाले छात्र के लिए यह एक उत्कृष्ट (excellent) विकल्प है.

इस स्ट्रीम में अर्थशास्त्र (economics), एकाउंटेंसी, बिजनेस स्टडीज, गणित और अंग्रेजी विषय रहते हैं. कॉमर्स स्ट्रीम के अंतर्गत आने वाले कुछ प्रमुख करियर विकल्प निम्न है:

  • चार्टर्ड अकाउंटेंसी (CA)
  • फाइनेंशियल प्लानिंग
  • इन्वेस्टमेंट बैंकिंग
  • इंश्योरेंस
  • मुंशी
  • वेंचर कैपिटल
  • स्टॉक ब्रोकिंग

3. आर्ट्स

आमतौर पर लोग इस स्ट्रीम को सबसे कमतर समझते हैं पर हकीकत में ऐसा नहीं है. इसके अंतर्गत भी बहुत सारे अच्छे करियर विकल्प मौजूद है, क्योंकि यह छात्रों में रचनात्मक (creative) और बौद्धिक (intellectual) कौशल विकसित करने पर केंद्रित है.

a yellow toy character holding crayons
Anime

कला संकाय में विविध विषय शामिल है, जैसे इतिहास, राजनीति विज्ञान, भूगोल, समाजशास्त्र, मनोविज्ञान, अर्थशास्त्र, दर्शन, अंग्रेजी साहित्य, भाषाएं (हिंदी, उर्दू, आदि) ललित कला, संगीत और नृत्य आदि.

आर्ट्स स्ट्रीम में प्रमुख करियर विकल्प निम्न है:

  • मनोविज्ञान
  • इवेंट मैनेजमेंट
  • पत्रकारिता (journalism)
  • भाषा अनुवादक (translator)
  • इंटीरियर डिजाइनिंग
  • डिजिटल मार्केटिंग
  • कंटेंट राइटर
  • वकील

इन तीनों स्ट्रीम के अंतर्गत आने वाले करियर विकल्प अलग-अलग तो बता दिए गए हैं, परंतु ये पूरी तरह से अलग भी नहीं है, यानी साइंस और कॉमर्स के विद्यार्थी आर्ट्स वाले कोर्स करके उससे संबंधित करियर में जा सकते हैं. साइंस वाले कॉमर्स के क्षेत्र में भी जा सकते हैं. परंतु इसका उल्टा नहीं हो सकता है.

इसी को देखते हुए हमारा सुझाव ये है कि अगर किसी को बिल्कुल ही नहीं समझ में आ रहा है कि 10वीं के बाद कौन सा विषय चुनें तो वह विज्ञान चुन सकते हैं.

12वीं विज्ञान से करने से यह फायदा होगा कि अगर आपको यह ठीक नहीं लगे तो आप आगे ग्रेजुएशन में जाकर कॉमर्स या आर्ट्स का भी कोई कोर्स कर सकते हैं.

मैं भी 12वीं विज्ञान (PCM) से किया था फिर आगे जाकर BBA किया है.

दसवीं कक्षा के बाद सबसे आसान स्ट्रीम कौन सी है?

आमतौर पर दसवीं कक्षा के बाद सबसे आसान आर्ट्स स्ट्रीम को माना जाता है. परंतु जिनको चीजों को याद करना मुश्किल लगता हो और इतिहास, भूगोल, आदि विषय में रुचि ना हो तो उसको यह स्ट्रीम मुश्किल लग सकता है.

10वीं के बाद सबसे अच्छा सब्जेक्ट कौन सा है?

साइंस को 10वीं के बाद सबसे अच्छा सब्जेक्ट माना जाता है. परंतु जिसकी बनिया बुद्धि है या जिनको डिजाइनिंग आदि का शौक है उनके लिए कॉमर्स या आर्ट्स साइंस से ज्यादा अच्छा होगा.

10th Ke Baad Kaunsa Subject Lena Chahiye?

ये आपकी रुचि, ताकत (strength), सपना, आर्थिक स्थिति, जैसी बहुत से कारकों पर निर्भर करती है.

पर अगर इसे साधारण भाषा में कहे तो आपको अगर इंजीनियरिंग या मेडिकल के क्षेत्र में जाना है तो आप साइंस ले लें बिजनेस के क्षेत्र में जाने वाले कॉमर्स ले सकते हैं वही डिजाइनिंग, कानून, आदि में जाने के इच्छुक छात्र के लिए आर्ट्स सब्जेक्ट सबसे बेहतर होगा.

10वीं के बाद कौन सी पढ़ाई करनी चाहिए?

10वीं के बाद साइंस, कॉमर्स एवं आर्ट्स स्ट्रीम से इंटर करने के अलावा आप आईटीआई, डिप्लोमा, पॉलिटेक्निक, पैरामेडिकल कोर्स, आदि भी कर सकते हैं.

IAS बनने के लिए दसवीं के बाद कौन सी स्ट्रीम सबसे अच्छी है?

आईएएस बनने के लिए दसवीं के बाद आर्ट्स स्ट्रीम सबसे अच्छी है, क्योंकि आईएएस बनने के लिए जो सिविल सेवा परीक्षा (UPSC) होती उसके सिलेबस में ज्यादातर आर्ट्स के विषय से ही सवाल पूछे जाते हैं.

उम्मीद है कि आपको ये पोस्ट पसंद आया होगा. अगर इससे संबंधित आपका कोई प्रश्न है तो कॉमेंट में जरूर पूछें एवं इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर करें.

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ